बीच का बदलाव अक़्सर,
बीच में बदलाव का कारण बनता है।-
Loves to write
simple,deep
feelings & emotions
Down to earth🙏
Optimistic
Passi... read more
माना की इश्क़ एक दिन का मोहताज नहीं,
मगर इस एक दिन को इश्क़ के हवाले करना भी तो
कोई गुनाह नहीं।-
सालों का रिश्ता महीनों में वो गिनता है,
मेरे टूटे हुए ख़्वाब को चंद मिनटों में वो बिंधता है,
सवाल ये है कि इन अवधि में फासला क्यों है,
वो गलतियों के बाद उन वक़्त को नहीं गिनता है।
हम दिल लगाकर दिमाग़ से कच्चे हो गए,
उनको लगा हम सोच से बच्चे हो गए,
मेरे भीतर के कोलाहल की उसे कहां चिंता है,
सालों का रिश्ता महीनों में वो गिनता है।
अब बदल गया है,ऐसा वो मुझसे कहता है,
ये दिल भी न,उसकी बातों में आता रहता है,
एक सिरा चोट खाकर भी भला कैसे ज़िन्दा है,
सालों का रिश्ता वो महीनों में गिनता है।
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मिट्टी के आकार को स्वीकार कीजिए,
कुछ इस तरह दिवाली साकार कीजिए।
शुभ दीपावली-
हम ग़ुमान भी उस कागज़ की दौलत पर करते हैं
जो क्षण भर में जल भी सकता है और गल भी।-
हर क्षण का हिसाब बारीकी से रखना पड़ता है,
ये ज़िन्दगी है जनाब,यहाँ हर स्वाद चखना पड़ता है!-