Sakshi Kiyawat   (Sakshi kiyawat♥️)
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Joined 8 August 2019


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Joined 8 August 2019
21 JUL 2024 AT 16:07

गुरू से है जीवन, गुरू बिन लागे ना ही कहीं मन,
गुरू संगत से ही सुधर जाए ये जीवन,
गुरू बिन ऐसा जैसे बिन बाती दिया हो जीवन,
गुरू आशीर्वाद से रोशन हो जाए ये जीवन
गुरू आज्ञा ही है केवल जीवन,
हाँ ऐसे गुरू के पैरो में वंदन ये जीवन।
गुरु से ही हैये जीवन।

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18 JUL 2024 AT 9:33

शून्य हो तुम, शिखर भी तुम्हीं हो
कभी शम्भू तो कभी महीश्वर भी तुम्हीं हो
भक्ति और प्रेम के समावेश में
भक्तवत्सल हो तुम, और चन्द्रशेखर भी तुम्हीं हो...

संभव हो तुम, असम्भव भी तुम्हीं हो
कभी विपदा तो कभी उत्सव भी तुम्हीं हो,
सहज-असहज सारेक्षणों में यात्रा हो तुम,
और पड़ाव भी तुम्हीं हो....

_Sakshi_kiyawat✨



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16 JUL 2024 AT 23:48

वामदेव हो तुम, महादेव भी तुम्हीं हो
कभी सुखाड़ तो कभी सैलाब भी तुम्हीं हो
सुख दुख के उलझनों में
शाश्वत सुखदाता हो तुम, और सदाशिव भी तुम्हीं हो.

संभव हो तुम, असम्भव भी तुम्हीं हो
कभी विपदा तो कभी उत्सव भी तुम्हीं हो
सहज-असहज सारेक्षणों में यात्रा हो तुम,
और पड़ाव भी तुम्हीं हो.

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30 MAY 2024 AT 0:20

रो-रो कर बुरा हाल है मेरा
हर आसूँ अब थम जायें अगर तुम मिलने आ जाओं जब तुम ना थे तब मैनें क्या खोया, क्या पाया तुमको मैं सब बतलाऊँ, अगर तुम मिलने आ जाओं शब्दोंमेंना लिख पाऊँ, मुँह से ना बतला पाऊँ
चेहरा मेरा पढ़ लेना, अगर तुम मिलने आ जाओं तमन्ना फिर मचल जायें, अगर तुम मिलने आ जाओं.

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13 MAR 2024 AT 23:36

यूं कहने को है निरक्षर,भोले बाबा पर है वेद और भाषा के दाता।
यूं कहने को है कठोर तपस्वी,पर नित्य में है ना इनसे बेहतर कोई छवि।
यूं कहने को है मृत्यु के साथी,पर जाटव में बंधे बैठे हैं भागीरथी।
यूं कहने को है विनाशक,पर कंठ में रोक रखे हैं हलाहल।
यूं कहने को है दुनिया से प्रथक,पर लिए बैठे हैं साथ सैकड़ो भक्ति।

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17 JAN 2024 AT 5:39

देव हो तुम, देवाधिदेव भी तुम्हीं हो
कभी जन्मदाता तो कभी काल रूपी भैरव भी तुम्ही हो
जीवन -मृत्यु के भवर में
मोक्ष हो तुम, भव और सर्व भी तुम्ही हो....!

संभव हो तुम, असंभव भी तुम्ही हो
कभी विपदा तो कभी उत्सव भी तुम्ही हो
सहज - असहज सारे क्षणों में
यात्रा हो तुम, और पड़ाव भी तुम्ही हो....!!

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7 JAN 2024 AT 21:24

आदि हो तुम, अंत भी तुम ही हो
कभी पतझड़ तो कभी बसंत भी तुम ही हो
अज्ञानता के भवसागर में
ज्ञान हो तुम, और ज्ञाता भी तुम्ही हो

शून्य हो तुम, शिखर भी तुम्ही हो
कभी शंभू तो कभी महेश्वर भी तुम्ही हो
भक्ति और प्रेम के समावेश में
भक्त वत्सल हो तुम, और चंद्रशेखर भी तुम्ही हो

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4 JAN 2024 AT 23:38

Nature is charming,
Flowers are elegant,
The sky is pretty,
Moon is inspiring,
Ocean is too true like a mirror,
Sun is the hope for
burning passion.
But, above all
You are the whole rebemblance of all of them.!

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10 DEC 2023 AT 22:14

There is going to be someone out there who will love you and accept all your flaws and mistake. They will hug you very light and make you feel like you are the most special human being in the whole universe and that is so important.

You might not meet them today or maybe not tomorrow, or a month later, but eventually they will come into your life.
Be it through a simple introduction on a moment you least expect.

Just wait .......

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8 OCT 2023 AT 23:24

In me, he resides.
To him, I abide.
He is my strength,
He is my saviour.
He is my source of happiness.
Shiva-all powerful,
And a humble giver.
My Mahadev, my Bholenath.
I am, because you are !

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