Sakshi Jain 1311   (Sakshi Jain)
14 Followers · 2 Following

❤️✍️Follow my Instagram account✍️❤️
@Yourquote_sakshi
13 January 🥂
Joined 30 November 2020


❤️✍️Follow my Instagram account✍️❤️
@Yourquote_sakshi
13 January 🥂
Joined 30 November 2020
18 MAR 2023 AT 15:10

आपके चेहरे पर ये जो मुस्कुराहट की झलक है।
ना जाने कितनी हसीनाओं के दिल की धड़क है।।

-


14 NOV 2022 AT 13:52

बचपन के रंग है दौड़-धूप के संग है ।
किसी की ना धुन है बस अपने में ही मग्न है ।।
बचपन के ढंग है दौड़-धूप के संग है........😄

-


19 AUG 2022 AT 22:55

तुम्हारे बिन हमारा साथ कुछ यूं अधूरा है।
जैसे श्याम बिन राधा पूरी अधूरी है।।
मुझे हीर तुम्हें रांझा यह दुनिया भी पुकारेगी.......
हर जन्म तुम्हारा साथ यह दिल भी पुकारेगा।।

-


14 APR 2022 AT 1:22

अनादिकाल से जग में घूमे , घूमे है हर भव भव में ।
भव भव में है योनि पाई , 84 लाख है जीव बने ।।

इस भव चक्र को जारी रखकर, पाया है नरभव हमने।
नरभव में उत्तम कुल पाकर शुभ किया यह भव हमने।।

इस भव में नर्तन पाकर हमने , पाया है शुभ जैन धर्म।
जैन धर्म का सार निकलता बनो अहिंसामयी स्वयं।।

स्वयं बनेंगे अहिंसामयी , जग को अहिंसामयी बनाएंगे।
आगे चलकर इस धरा पर , अहिंसा परमो धर्म समझाएंगे।।

कल्याण करके नरभव का , हर भव हमको संभालना हैं ।
क्योंकि ...................!

इस धरा का , इस धरा पर , सब धरा रह जाएगा।
पाया है जो इस भव में वो साथ तुम्हारे जाएगा ।।

चिंतामणि सा नर्तन पाकर , पाया है अनमोल रत्न।
कलम उठाकर हाथ बढ़ाकर लिखे है ये अनमोल शब्द।।


- Sakshi Jain

-


29 DEC 2021 AT 22:05

घर में है महाभारत बाहर रामायण है।
सारे जहां को दिखाने सिया और राम है।।

मंथरा के जैसे इनको यहां-वहां नाचना है।
यहां की बात इनको वहां करवाना है।।

बवंडर लालसा का परिग्रह धारी हैं।
सारे जग में फैली इनकी घोर अत्याचारी है।।

पंचम काल में महाभारत छाई है।
रावण के रूप में घोर अन्यायी हैं।।

युग से युग तक इनकी गाथा है।
सुंदरी के रूप में काली माता है।।

कथा का वर्णन कर में सब को समझाती हूं।
"साक्षी" हूं मैं शब्दों की इसको गाती हूं।।

-


3 OCT 2021 AT 13:28


तन्हा हूं , पर अकेली नहीं हूं ।
दूर हूं , पर जुदा नहीं हूं ।।
जज़्बात , ममत्व , अपनत्व ,आभा आपसे जुड़ी हुई हैं।
यादों में बस याद रह गई हैं ...........

-


6 JUL 2021 AT 12:49

किसी को उसका अतीत याद दिलाना सही नहीं है ,
परन्तु उसके आज को जानकर, कल का ब्योरा देना सही है ।।

-


17 JUN 2021 AT 13:10

वेसै तो मैं आज्ञाकारी, सब की नज़रों में संस्कारी।
बात आए जब ख़ुद पर तो, हो जाऊं मैं अत्याचारी।।

-


30 MAY 2021 AT 15:46

मोहब्बत बुरी तो होती हैं लेकिन जब यही मोहब्बत किसी बुरे से हो जाए तो
तबाही होती हैं ........😉

-


28 MAY 2021 AT 14:13

बदनाम तो मोहब्बत करती हैं , इल्जाम लोगो पर आता है ।
तीर तो नैना चलाते हैं , और कशूर हाथों पर आ जाता है ।।

-


Fetching Sakshi Jain 1311 Quotes