में तेरे शहर का नाम सुनना पसंद नहीं करती,
और क्या सबूत चाहिए तुझे मेरी नफरत का...-
Media person
Love writing ♥️🖋
कई आंसू गिर चुके थे उसके कांधे पर
जनाब
शायद उसने कमीज भारी पहन ली होगी...-
लोगों का कहना है
मैं बड़ी मुसबत हूं,
हां,
मुझे मौत में भी सुकून नज़र आता है...
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अभी तो शुरू किया है जिक्र जिंदगी का
अभी तो हादसे बताने बाकी है...-
मैंने समेट कर रखी
हर इक चीज खोई है मुझसे
अब मुझे कुछ भी अपना नहीं लगता...-
हे वाटुन सोडत होते तुला की भेटशील मला पुन्हा,
हे विसरून गेले की शेवटच्या भेटीचा वादा पुर्ण कराया आला होतास तु...-
मैंने दिल निकाल कर कदमों में रखने वाले भी
पलटते देखे हैं
तुम्हे क्या लगा
'तुम खूबसूरत हों' ये कह कर तुम मुझे आजमाना चाहते हो...-
मुझे खो कर
हर एक ने जानी क़ीमत मेरी
मैंने खुद को हज़ार बार खो कर
अब तक नहीं जाना...-
प्यार से भी बड़े हादसे हैं
दुनियांभर में साकी
इकलौता प्यार लब्ज़ बड़ा
अजीज़ धोखा हैं...-