मुश्किल है मुझसे तुम्हे निकाल पाना
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भीड़ में अपना, अंजान शहर में परिचित, तपती जेठ की दुपहरी में छायादार वृक्ष, 5 रुपये की टिकट से करोड़ की लाटरी, डूबते को तैरता लड़की का टुकड़ा, प्यासे को पानी की एक बूंद,
सूखी जमीन पर बारिश की पहली फुहार.........
हाँ तुम ❤️-
Hazaar baat hai kehne ko tumse par chah kar bhi keh nahi pati
Seene me uttha ubaal haay uthta toh hai par lafz hotho tak nahi aati-
दौर था! उफ्फ आखिर गुजर गया,
अब ना 'मैं' मैं रह गई और ना वो वक्त रह गया,
सब खत्म के बाद बस निशान रह गया,
जलने के बाद थोड़ा धुआं उठा फिर बचा खाक़ रह गया।
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अब चाहिए कि कोई बोले तुम्हारी चाय ठण्डी हो जाएगी, अब चाहिए कि कोई बोले दो सफेद बाल दिखने लगे लाओ कलर कर दूँ,
अब चाहिए कि कोई बोले चलो तुम्हारा चश्मा बनवा दूँ,
अब चाहिए कि कोई बोले रात काफी हुयी चलो सोते हैं।-
लाख कोशिशों के बाद भी वो मेरा ना हो सका
क्यूंकि उसको कभी मेरा होना ही नहीं था।
सफ़र में मैं अपने धुन में आगे बढ़ती गयी
जब पलट कर देखा वो दूर तक नजर ना आया
दरअसल वो साथ कभी आया ही नहीं था।
लफ़्ज़ अब ख़ामख्वाह खर्च करने का जी नहीं करता,
मुझे लगा शायद समझ नहीं पा रहा शायद
पर उसने कभी समझना चाहा ही नहीं था।
कई बार खबर मैंने भेजा भी था उसे,
पर फुरसत कहाँ अपनों के लिए
क्यूंकि मेरे पास गैरों सा कोई झूठा फ़साना नहीं था।-
ठहराव
तुम उस पेड़ की तरह हो जो वर्षों बाद भी अपने स्थान पर रहता स्थिर।
समय के साथ उसका आकार जरूर बदलता कुछ टहनियाँ निकल आती तो कुछ गिर जाती परन्तु नहीं बदलता तो उसका अटल स्वभाव।
पक्षी उड़कर चलें जाएँ, राहगीर छाँव में आराम कर चले जाएँ पर पेड़ वहीं खड़ा मिलेगा वर्षों बाद भी।
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तुम उस पेड़ की तरह हो जो वर्षों बाद भी अपने स्थान पर रहता स्थिर।
समय के साथ उसका आकार जरूर बदलता कुछ टहनियाँ निकल आती तो कुछ गिर जाती परन्तु नहीं बदलता तो उसका अटल स्वभाव।
पक्षी उड़कर चलें जाएँ, राहगीर छाँव में आराम कर चले जाएँ पर पेड़ वहीं खड़ा मिलेगा वर्षों बाद भी।
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जिंदगी भर का ग़म लेना चाहते हैं तो एक बार शिद्दत से किसी से इश्क़ कर लें.....
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Anyone missing Sushant Singh Rajput... It is his 2nd death anniversary😔
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