ये बाते नहीं मेरी जज़्बात है तेरी आहट पे मेरी मुस्कुराहट है ,अब इस दिल की एक ही है चाहत करते रहे आप हमसे यूँही मोहब्बत|हो क़बूल या हो इनकारहमसे माँग ना इजाज़त कर इज़हार,ख़्वाबों के शहज़ादे का है इन्तज़ारकरते रहे जो हमसे यूँही प्यार|आसान ना थीं राहें प्यार की टूटा ना इरादा कभी आशिको की ,शहजादा मेरा हार ना माने कभी भी करते रहे आप हमसे यूँही आशिक़ी -
ये बाते नहीं मेरी जज़्बात है तेरी आहट पे मेरी मुस्कुराहट है ,अब इस दिल की एक ही है चाहत करते रहे आप हमसे यूँही मोहब्बत|हो क़बूल या हो इनकारहमसे माँग ना इजाज़त कर इज़हार,ख़्वाबों के शहज़ादे का है इन्तज़ारकरते रहे जो हमसे यूँही प्यार|आसान ना थीं राहें प्यार की टूटा ना इरादा कभी आशिको की ,शहजादा मेरा हार ना माने कभी भी करते रहे आप हमसे यूँही आशिक़ी
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मैं आसमान में उड़ना चाहती हूँ,एक मांझे का साहारा चाहतीं हूँ। -
मैं आसमान में उड़ना चाहती हूँ,एक मांझे का साहारा चाहतीं हूँ।
जब महफ़िल में हम लोगों से घिरे रहते थेतब वो हमें किसी कोने से देखा करती थीजब साथ हमारे कोई ना होता तब वो हमसे बात विवाद करतीवो हमें बेहद बेपनाह बेइंतहा चाहतीं थीपर हम अपने जीवन में उसे ना चाहते थेहम तो इस दुनिया से सुख की कामना करतेबदले में दुनिया हमे दुख प्रदान करती हैजब भी कभी किसी दोस्त दर्द दे जातेतब वो हमारे दर्द पर दोस्ती की मरहम लगातीअब वो हमारी सखी है कहलातीजिसे दुनिया तन्हाई है कहती। -
जब महफ़िल में हम लोगों से घिरे रहते थेतब वो हमें किसी कोने से देखा करती थीजब साथ हमारे कोई ना होता तब वो हमसे बात विवाद करतीवो हमें बेहद बेपनाह बेइंतहा चाहतीं थीपर हम अपने जीवन में उसे ना चाहते थेहम तो इस दुनिया से सुख की कामना करतेबदले में दुनिया हमे दुख प्रदान करती हैजब भी कभी किसी दोस्त दर्द दे जातेतब वो हमारे दर्द पर दोस्ती की मरहम लगातीअब वो हमारी सखी है कहलातीजिसे दुनिया तन्हाई है कहती।
वो कहता था..."मुझसे है उसका वजूदजिसमें मेरी बसती है जान"रीमझीम बरखा बरसना चाहेमीठी धारा बन धरा बहना चाहेहर मुश्किलों से लड़ संवरना चाहे""खुद से दूर उसे ना जाने दूँ मैंपर मुस्कान है जिसकी धड़कन मेरीउसे नाराज़ करु मैं कैसे?"ऐसा बादल है वो मेरा और मैं उनकी बरखा -
वो कहता था..."मुझसे है उसका वजूदजिसमें मेरी बसती है जान"रीमझीम बरखा बरसना चाहेमीठी धारा बन धरा बहना चाहेहर मुश्किलों से लड़ संवरना चाहे""खुद से दूर उसे ना जाने दूँ मैंपर मुस्कान है जिसकी धड़कन मेरीउसे नाराज़ करु मैं कैसे?"ऐसा बादल है वो मेरा और मैं उनकी बरखा
चाहूँ मै.... हो कोई जो मेरे दिल को आपना घर मानने वालाजो मेरे ख्वाबों को अपनी मंजिल समझने वालाजो अपनी जान मुझ पे इत्तर सा छीडकने वालादिल दिवाना कोई राँझा मेरा भी होगाजो मुझे.... आपना हीर मानने वाला -
चाहूँ मै.... हो कोई जो मेरे दिल को आपना घर मानने वालाजो मेरे ख्वाबों को अपनी मंजिल समझने वालाजो अपनी जान मुझ पे इत्तर सा छीडकने वालादिल दिवाना कोई राँझा मेरा भी होगाजो मुझे.... आपना हीर मानने वाला
इस दिल की खता बयां की है हमने कागज पेइनके सिवा आखिर है कौन हमारा इस ज़माने में -
इस दिल की खता बयां की है हमने कागज पेइनके सिवा आखिर है कौन हमारा इस ज़माने में
मिले हो आप हमें जब सेहै ना काबू दिल पे तब सेअब बहती जा रही हूॅं मैंबहती नदी में नाव के जैसे -
मिले हो आप हमें जब सेहै ना काबू दिल पे तब सेअब बहती जा रही हूॅं मैंबहती नदी में नाव के जैसे
तेरे मासूम मुस्कान पेमेरा दिल फिसल गया,ना जाने कब और कैसेमेरा दिल लड़खड़ा गया,अब यूॅं उलझा हूॅं तेरे ख्वाबों मेंजैसे उलझे है धागे धागोमें। -
तेरे मासूम मुस्कान पेमेरा दिल फिसल गया,ना जाने कब और कैसेमेरा दिल लड़खड़ा गया,अब यूॅं उलझा हूॅं तेरे ख्वाबों मेंजैसे उलझे है धागे धागोमें।
Tangling...My hair with my fingersI wonderWas it just a coincidence...Or is it the destiny thatTangled, our lives together. -
Tangling...My hair with my fingersI wonderWas it just a coincidence...Or is it the destiny thatTangled, our lives together.
किताब, जो बड़े से संदूक में बंद हैं,संदूक, जिस पर बड़ा सा ताला लगा है,ताला, जिसकी चाबी बड़ी अनोखी है,चाबी, जो बड़़े लंबे वक्त से मेरे पास है;तुम उस किताब की तरह हो,जो पास भी और ख़ास भी ,पर अल्फ़ाज़, किसी लुप्त भाषा के। -
किताब, जो बड़े से संदूक में बंद हैं,संदूक, जिस पर बड़ा सा ताला लगा है,ताला, जिसकी चाबी बड़ी अनोखी है,चाबी, जो बड़़े लंबे वक्त से मेरे पास है;तुम उस किताब की तरह हो,जो पास भी और ख़ास भी ,पर अल्फ़ाज़, किसी लुप्त भाषा के।