हम तो खुशबू हैं, हवा में उड़ जायेंगे।
आप तो फूल हैं, आप कहां जायेंगे।।-
saket kumar
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Joined 7 October 2018
21 MAR 2023 AT 11:52
11 JUL 2022 AT 10:45
"फिक्र तो मुझे भी है देश की,
बस मेरा पेट भर गया और मैं सो गया..."-
18 JUN 2021 AT 12:38
You create expectations and expectations result in disaster to life.
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11 JUN 2021 AT 15:11
कभी कभी शब्दों की कमी सी होती है,
ना जाने क्यों उस पल आंखों मे नमी सी होती है।-
21 APR 2021 AT 0:59
टूटती साख
ज़िंदगी की टूटती साख
दिखता है अब राख ही राख,
दम तोड़ती उम्मीदों की डोर
मचा है मौत का तांडव चहुओर।
कभी मां के गोद में खेला था वो संतान
आज मृत पड़ा उसके चरणों में,
चीखती ममता दे रही गवाही,
हर ओर मचा है त्राहि त्राहि।
चलो हम बनाते हैं मंदिर और मस्जिद,
तो इस अस्पताल का क्या काम,
अब भी समझ जाएं हम सब,
जब चुका नहीं पा रहे इनका दाम।
कोई पिता खोए तो कोई मां,
तो कोई खोए अपने जीवन के डोर को
पर हम तो बनायेंगे अपनी सरकार,
कोई रोक सके तो रोक लो।-