या उसकी बेवफाई
दिन ढल गया यूं ही खयालों में
मालूम ना था
उसकी निगाहों में सवाल किसका है
उसे मोहब्बत है मुझसे
या कोई वक्त बिताना है
उसकी बातों में कोई फरेब तो नहीं
मगर फिर भी उस से
दिल लगाने को जी चाहता है-
Artist ki tarah jindagi jina
Pasand he my... read more
लफ्ज़ कहे क्या चीज है खामोशी
हम कहे बेहतरीन है खामोशी
कुछ ना कहकर सब कुछ कह जाती है खामोशी
गम में खामोशी तनहाई में खामोशी
अंधेरे से लेकर परछाई में ख़ामोशी
खामोश है पर कोई चीज जमाने में तो क्या चीज है खामोशी हम कहे बेहतरीन है खामोशी-
है नाम शायद ऐसा भी कोई जिसने मुझे छुआ है
बदनाम अपनी मोहब्बत भी ऐसी जब हुई तो कोई नहीं मिला है-
अब गरीब भूखा रोटी की आस में
दर-दर नहीं भटके गा वह कहेगा
शान से मैं रोजे पर हूं
रमज़ान
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मैं तो कभी नाराज नहीं हुआ उससे ना जाने वह मुझसे क्यों नाराज है
मेरी मसरूफियत से शिकायत थी उसको अब वही मशरूफ है न जाने किन वादियों में
वो रहना चाहे मेरे बिना भी तो रहे वह सुकून से
मगर एक बार बताएं मुझे कि मेरी खता क्या है-
Aaj dopahar Kuchh samajh Nahin Aaya jaade ke dinon mein yah tapish kaisi hai
Yun hi bekhayal Kisi ki aahat n jaane jehan mein kya kya khayal umdte hai
Tanhai ke Darichope yah kashish kaisi hai
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Ye yaken ye bharosa ye Yaad ye takkaluf ye bahare
Ye khiza ye mosuam ye patjhad ye barish ye hawa k jhokhe ye intajar
sab Kuch To tha mere pass tumhara
FIR kyon tumhari najron me andhere sa hai mere ishq Ka najara-
Tumhen shayad is baat ka yakin Nahin
Ki mere dil mein tumhare liye kya tha
Ek bar apni najron se hawas ko utare ke Dekha hota.................
Sach hi likha tha maine bhi k dosti m mohobat jayaj Nahi fir kyu na Mene
Is traha bhi socha hota.........-
एक नाम मेरा और तुम्हारा भी
इस के पन्नों में छुपा है एहसास तुम्हारे साथ का
इसकी हर एक कहानी में एक किरदार ऐसा भी जिसे ना मैंने निभाया ना तुमने निभाया
इसमें लिखी हर एक नज्म हर एक गजल मैंने
तुम्हारे हालातों की शायरी से सजाई है
इसमें लिखे गीतों की सरगम पूछ थकी सौ बार
पास भी हो दूर भी हो कौन हो तुम उस पार
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