मेहनत का फल मिलता है रास्ता कोई कहां सरल मिलता है बढ़ना होता है परबतों से टकराते हुए तोड़ के उसको, ईंट बनाते हुए आह करते हुए चोट खाते हुए तब ही तो कोई महल मिलता है हाँ मेहनत का फल मिलता है सहिफ़ा__صحیفہ— % &
ख़ुद बहुत टुट गया था वो बहुत मज़बूत किया ख़ुद को बहुत मज़बूत किया ख़ुद को बना के ख़ुद को ही ख़ुद का सहारा इतना मज़बूत किया ख़ुद को के फिर अब टुट नहीं सकता दुबारा सहिफ़ा__صحیفہ ༺________________________༺
!❁!_________________________________!❁! घायल कर देगा रुह तक तुम्हारी, ले जाएगा महाज़ तक जाओ करो इश्क हमारा क्या है, लड़ते रहो आख़िरी साँस तक
گھائل کر دے گا روح تک تمہاری, لے جاے گا محاذ تک جاؤ کرو عشق ہمارا کیا ہے، لڑتے رہو آخری سانس تک !❁!____________________________________!❁! सहिफ़ा__صحیفہ
⚜_________________________________⚜ انصاف کا دور بھی آئیگا عدل کی فریاد رکھنا ظالم تو پہنچےگا ہی انجام کو اپنے چمچوں کے چہرے بھی یاد رکھنا
इंसाफ़ का दौर भी आएगा , अदल कि फ़रियाद रखना ज़ालिम तो पहुंचेगा ही अंजाम को अपने, चमचों के चेहरे भी याद रखना ⚜__________________________________⚜ सहिफ़ा__صحیفہ