तुम ठहराव हो, तुम वही हो,
तुम मेरे जीवन की चलती हुई नदी हो !
तुम धूप की किरण हो, तुम पेड़ की छाया हो,
तुम सांझ हो, तुम सागर हो !
तुम वही हो, तुम वही हो.
तुम साथी हो, तुम स्वाभिमानी हो,
तुम सब कुछ हो, तुम वही हो !
तुम चांद हो, तुम सितारे हो,
तुम जुगनू हो, तुम चमक हो !
तुम आसमान हो, तुम जमीन हो,
तुम आँखे हो, तुम सपना हो !
तुम ही मेरे जीवन का ठहराव हो, तुम ही सब हो !!-
Psychologist
Starting writing
जिस पल तुम मुझसे बिछड़ रहे थे,
मुझे उस पल का कुछ भी खास याद नही,
मुझे बस इतना याद रहा कि, कैसे
मेरी उंगली तुम्हारी उंगली से जुदा होकर
उसे पुकार रही थी,
ओर तुमने अपने हाथ बाँध लिए थे ।।-
एक वक़्त था जब बारिश मे शौक से नहाते थे,
अब बारीश में सिर्फ आँसू छुपाने के लिए नहाते हे !-
Have you ever feel this ?
Lot's of people around you,
But you are still Alone.
Lot's of words you have,
But you can't speak.
Lot's of tears in your eyes,
But you can't cry.
Lot's of feeling you have,
But you can't say.
Lot's of emotions you have ,
But you can't express.
Lot's of things in you,
But still you are empty.
Life never gonna be great,
Until you don't break.
( Insecurity, hesitation, fear)-
सोए हो क्या ?
किसी की बाहों में, सोए हो क्या ?
पूरे पलंग को छोड़ के, उसके पास सोए हो क्या ?
मुलायम तकिये को छोड़ के, उसके कंधे पे सोए हो क्या ?
मख़मल के गद्दे को छोर के, उसको महसूस किए हो क्या ?
पूरी रात तुम्हारे में सोके, किसी ओर में जगे हो क्या ?
किसी की बाहों में, सोए हो क्या ?
खैर छोड़ो, ये बातओ सोए हो क्या ?-
चाहता तो हर कोई है मुझे,
मुझसे बात तो सब करना चाहते है,
मुझे सुनना कोई नही चाहता.
मुझे पहचानते सब है,
पर जानना कोई नही चाहता.
चल तो सब लेते है मेरे साथ,
पर ठहरना कोई नही चाहता.
पर मुझे पाना कोई नही चाहता !-
क्यों मेरे पास ना हो कर भी, मेरे पास हो तुम.
क्यों मेरे लबो पे ना हो कर भी, मेरे एहसास में हो तुम.
क्यों मेरी रातों में ना हो कर भी, मेरे सपनों में हो तुम.
क्यों मेरे अल्फाज़ो में ना हो कर भी, मेरी बातों में हो तुम.
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दो साल हो चुके है हम दोनों को एक दूसरे से बिछड़े हुए।,
ओर यह दो साल में बहुत कुछ बदल गया है,
ना बदली तो सिर्फ कुछ बातें,
एक तुम्हारी मुहब्बत मेरे लिए,
ओर मेरी मुहब्बत तुम्हारे लिए.
आज भी मुजे देख कर तुम्हारा मूड जाना,
ओर तुम्हे देख कर मेरा मुड़ मुड़ कर देखना.
पेहले सिर्फ मुझसे बात करना,
ओर आज मुझे छोर के सब से बात करना.
एक ही बात को कह कर मेरा थक जाना,
ओर तुम्हारा आज भी चश्मे का आकार ना बदलना.
ना बदली तो सिर्फ दो बातें,
एक तुम्हारी मुहब्बत मेरे लिए,
ओर मेरी मुहब्बत तुम्हारे लिए.
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I Don't need you to send me smiley emoticons, I want you to make me smile.
I don't need it for my social media, i want it for real.
I want love not infatuation.
I want love not infatuation
*I am not asking for it, I am entitled to it.*-