बुरी नज़र वाले...
...तू सौ साल जिए,
तेरे सारे बच्चे...
...देसी दारू पिए-
अब कुछ लोग व्हाट्सएप की डीपी बदलेंगे...
...और खुद को प्रभू राम जी का भक्त बताएंगे
...घोर कलयुग...-
इज्ज़त करने पर आऊं तो...
...मुझ सा बाअदब कोई नहीं,
और किसी बात पर डट जाऊं तो...
...बगावत मशहूर हैं मेरी©-
पैसे कमाने बाहर निकले है हम...
...तो अब पता चल रहा हैं कि,
पापा घर कैसे संभालते हैं...-
हमारे पास सिर्फ़ तुम्हारी यादें हैं...
...जिंदगी उन्हें मुबारक हो,
जिनके पास तुम हो...-
अपनों से बातें ख़्वाबों में ही कर लेते है...
...जिंदगी या तो जिम्मेदारी देती है या मुसीबत,
पर बात करने का मौका नहीं देती...-
जो है, जितना है...
...तुमसे है, काफ़ी है,
अब इश्क़ हो या पागलपन...
...हम सब में राज़ी है©-
इंतजार में तुम्हारे अब राते कट जाती हैं...
...बस अब तुम्हारी आवाज़ सुनाई नहीं आती है-
मान सम्मान और पद प्रतिष्ठा...
...किस काम की,
जब चरित्र ही ख़राब हो...
...और आइना आपकी
मलिन छबि बताता हो...-
गज़ब है मेरे महाकाल की लीला...
...दुःख कोई भी हो,
वह सब कुछ संभाल लेता है...-