जिम्मेदारियों के जंजीर मैं कैद परिंदा हूँ मैं ...
मानसिक रूप से तो कब का मरेगा हूँ में पर शारीरिक रूप से आज भी जिंदा हूँ मैं...
जी भर के रोना चाहता हूँ मै पर ये ज़ालिम दुनिया कमज़ोर ना समझे इसलिए ...दुनिया के लिए मस्त मौला बन्दा हूँ मैं...
मानसिक रूप से तो कब का मरेगा हूँ में पर शारीरिक रूप से आज भी जिंदा हूँ मैं...
अपने अरमानो का कत्ल कर के हाँ बोहोत शर्मिंदा हूँ में..मानसिक रूप से तो कब का मरेगा हूँ में पर शारीरिक रूप से आज भी जिंदा हूँ मैं...
गम तो बोहोत है जीवन में ..पर खुश के पल को आज भी गिनता हूँ मैं .....
मानसिक रूप से तो कब का मरेगा हूँ में पर शारीरिक रूप से आज भी जिंदा हूँ मैं......-
True Mumbai kar
#Fun Loving #Humourfull Attitude