तुम भी अकेले थे ,और हम भी थे अकेले ,
मुलाकात हुइथी हमारी हरसो से पहले ।
बातो बातो से सुरु हुई हमारी प्यार की कहानी
जन्हा पर मैं था राजा और तुम मारी रानी ।
दुनिया को भुलाके मेने तुम को ही चाहा ,
तुम्ही थे खुशी मेरी ,तुम्ही ही मेरी दुनिया ।
दोनो के आंखो मैं दिखती थी दोनो की परछाई ,
होता था कभी कभी छोटी मोटी सी लड़ाई ।
रंगो के बरसात मैं दोनो रंगने लगें थे ,
ख्वाबों के बादलो मैं घर बनाने लगे थे ।
अचानक जिन्दगी ने करवट बदल ही दिया ,
ख्वाबों को आंसू ,और रंग को बेरंग बना ही दिया ।
अब तुम भी अकेले हो और हम भी है अकेले ,
मुलाकात होने पर भी न मिल पाते गले ।।
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