Sadananda Behera   (Sushil..❤️)
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Joined 23 January 2019


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Joined 23 January 2019
4 OCT 2024 AT 4:02

Kisi din tumse ache se mulaakat hogi.
Aisi saam hogi; jahan jasn-e-bahara hogi...
Varkar daman tumhara tumhe apna banayenge.
Ishq ke mukan chadhenge Mohabbat ko piche chodke...
Tamannaah yehi hai ki wo din jaldi ayenge.
Arman yehi hai ki ye likhai sach kar jayenge...

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1 OCT 2024 AT 2:02

ख्वाब हमारे रूठ गए ,
मनाने की कोशिश की थी मेने
नसीब हमारे फूट गए
बदलने की कोशिश की थी मेने
प्यार हमारा छूट गया
लौटाने की कोशिश की थी मेने
हाथ हमारे कुछ न लगा
सिवाए कुछ ताने और इंतजार की
अलग से सुनने को मिलता है मुझे
मैं स्वार्थी होने लगा
"बतादे अगर मेरे दिल की बाते ;
क्या तुम सुन पाओगे प्रिये मेरे ?!"
तुमने तो किस्सा बनाके रखा है
तुम्हारे दर्द का
हमसे हमारा दर्द
बयां तक नहीं हुआ ।

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13 AUG 2024 AT 22:45

दिन के सुकून खोने के बाद रात का नींद भी गबाने लगे ,
ख्वाइशों के तलाश में हम अपने आप को भूलने लगे । जरूरत को पूरा करते करते रिश्ता टूटने लगे ,
रिश्ता निभने लगे तो जिम्मेदारी छुटने लगे ।
मुस्कुराता हुआ चेहरा मेरा चाहिए सभीको ,
हाल कभी पूछो, कभी न बुरा बताएंगे तुमको ।
एक झूठी सी मुस्कान चेहरे पे हमेशा रहता है ,
नकाब के पीछे का इंसान तो जिंदा लाश बनके घूमता है ।

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27 JUN 2024 AT 12:51

ए जिन्देगी तुझे क्या कहूं ,
मेरे ग़मो को तुझे खबर कहां !?
ए जिन्देगी तुझे क्या कहूं ,
रस्ते मेरा कितना है बिखरा हुआ !!
पाया कितना गंवाया कितना ,
इस बात की तुझको हिसाब कहां !?
हिसाब लगाया एक दिन तो ,
मेरे हक में अब कोई न रहा !!

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20 APR 2024 AT 3:30

मैं अनकही सी एक उलझन हूं तो,
तू सुलझा हुआ एक सवाल है ।
मैं बेरंग सा एक किस्सा हूं तो ,
तू रंग भरी एक कहानी है ।
मैं हूं वो अफसाना ,
जिसका मंजिल नहीं मालूम ।
तू नायाब सी एक कविता है ,
तुम्हे खुद नहीं मालूम।

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12 NOV 2022 AT 23:58

तनहाई की सड़क पर
कई ऐसी मोड़ अति है ,
जिस राह पर चलने के लिए
पैर डगमगा जाती है ।
कुछ यादें मुस्कान लाती है तो
कुछ हादसे आंखे नम कर जाती है ,
कुछ कहानियां भुला नहीं जाते है
तो कुछ किस्से याद नहीं आते है।
तनहाई की सड़क पर
तुम्हारे यादों की भीड़ है ,
तनहा है सड़क
ना जाने फिर भी इतना शोर क्यूं है !?

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23 APR 2022 AT 11:16

जिंदगी की ये दास्तान अब रास नहीं आती है,
तेरे बिन ये जिंदेगी में मुस्कान नहीं अती है।
खोया खोया सा रेहेता है मन तेरे जाने के बाद,
पर सब कुछ करता हूं जैसे नहीं आ रही है तेरी याद।
पता नहीं ये दिल की लहर अब कहां तक जाएगी,
ना जाने खुसी आयेगी या आंसुओ के बरसात लाएगी ।
जिंदा हूं पर जान जैसे नहीं है तन में ,
मुस्कुराता हूं पर खुशी जैसे नहीं है जीवन में ।
तुम्हारे जाने के बाद कोई हालचाल नहीं पूछता है ,
अगर कोई पूछता है तो सब ठीक है बताते है।

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27 JAN 2022 AT 8:50

THE ZERO NIGHT
The sun almost sets in the sky. And the earth keep the promise from the last sun of the year to wake up her early tomorrow…The moon and stars are blossoming in the dark to lighten the sky for the zero night..

.The earth remain in the waiting for the first ray of the sun of the new year.
(Captioned)

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5 DEC 2021 AT 22:58

''The Dark Dream''


The winter not only comes with the bone-breaking colds but also with some immense thoughts which breaks the body and mind into pieces.. That is unbearable ......its just a dream......

Full piece in the caption.....

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25 JUN 2021 AT 20:57

मुलाकात ज़िंदगी की, दुआ बन गई है
मरहम उसका तुम्हारी तस्वीर बन गई है ।
तुम्हारे साथ बिताए हर एक पल
सायद अब आखरी खूसी बन गई है ।
कभी जो जगह मैं शोर होता था तुम्हारी
वो जगह आज वीरान बन गई है ।
चाहे ले जाए रब सारे खूसी मेरा मुझसे
तुम्हारे होट मुस्कुराते रहे हमेशा
बस यही आखरी दुआ बन गई है ।।

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