मर गये सपने आँखों के,
अब हर तरफ़ फैला है काजल...!-
दिल की बात आज लबों पे आ जाने दे,
आज दिल से हो कर मोहब्बत गुज़र जाने दे,
तू हो इश्क़ तो तेरी इबादत करूँ,
आज हमें हर हद से गुज़र जाने दे,-
है क्या मुमकिन यह-कोई खोज पाए खुद को
एक भीड़ में, एक सैलाब में
जहाँ राहें चलतीं हैं, लोग नहीं
जहाँ सड़कें बोलतीं हैं, लोग नहीं
शोर भी मूक होकर महसूस करता है
उस शून्य को, उस सन्नाटे को
जो धुंध की शक्ल में चारों ओर फैला हुआ है
हर सड़क पर, हर दिशा में
हर उस जगह पर-जो अभी तक अभेद है!-
भूल जाता हूँ
अक्सर अपनी गरीबी
जब भी तूझे मुस्कराते हुए देखता हूं_!!-
सुनो ये तुम्हारा मुल्क तुम्हें उदासी ही देगा,
कोई अच्छा सा सचिन पटा कर सीमा बन जाओ..❤️🙈
#hAaN_nI_tO🙈❤️-
"फलानी" शनिवार पर अटकी हुई जिंदगी में
रविवार का इंतज़ार हो तुम. -------
बादल बेचैन थे सारी रात बरसते रहे,
हम थे लाचार जो चाय को तरसते रहे...!-
मंजिल तो खैर नहीं मिली, ☕☕
पर सफर में उसके साथ चाय अच्छी मिली !!-
સમયના બંધન નથી હોતા,
ખરી ગયેલા પાન ફરી લીલા નથી થતા,
કહે છે લોકો બીજો પ્રેમ કરી લો,
કોણ સમજાવે એમને કે સાચા
પ્રેમના અલ્પવિરામ નથી હોતા....-