दिल में कुछ अरमान तो हैं पर मन मेरा कुछ और बोले,किताब मेरे पास तो हैं पर हाथ एक पन्ना तक ना खोले,हमेशा रहती है एक नज़र निहारती मेरे फ़ोन को,किताब खुली जैसे तैसे पर तब तक सोने का समय ही होले।। - A Learner
दिल में कुछ अरमान तो हैं पर मन मेरा कुछ और बोले,किताब मेरे पास तो हैं पर हाथ एक पन्ना तक ना खोले,हमेशा रहती है एक नज़र निहारती मेरे फ़ोन को,किताब खुली जैसे तैसे पर तब तक सोने का समय ही होले।।
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