26 FEB 2021 AT 18:50

दिल में कुछ अरमान तो हैं पर मन मेरा कुछ और बोले,
किताब मेरे पास तो हैं पर हाथ एक पन्ना तक ना खोले,
हमेशा रहती है एक नज़र निहारती मेरे फ़ोन को,
किताब खुली जैसे तैसे पर तब तक सोने का समय ही होले।।

- A Learner