वे जालीदार टोपी, कुरता पहनते है, उनकी महिलाएं हमेशा बुरखा पहन कर रहती है, तो वे सेक्युलर है। हम एक तिलक और भगवा गमछा ले ले तो सेकुलरिज्म खतरे मे आ जाता है।
-
यहाँ अगर आये है तो कम से कम एक पोस्ट पढ़ के जाईयेगा ❤️❤️
धन्यवाद 🙏... read more
ईद, बकरीद पर कितने जीवों की हत्या होती है तो पर्यावरण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता, दिवाली पर पटाखे और होली पर पानी के उपयोग से पृथ्वी पर प्रलय आ जाती है 😡
-
देश के विभिन्न हिस्सों मे कितनी बड़ी बड़ी मस्जिदे है तो सेकुलरिज्म खतरे मे नहीं आता। एक राम मंदिर क्या बना सेकुलरिज्म खतरे मे आ गया।
-
पालघर मे साधुओ की हत्या होती है तो सेकुलरिज्म खतरे मे नहीं आता। कसाब, याकूब और अफजल को फाँसी होती है तो सेकुलरिज्म खतरे मे आ जाता है।
-
वे दिन मे कई बार लाउडस्पिकारों से अजान चलाते है तो वे सेक्युलर है। हम वर्ष मे एक बार रामलीला करें, दुर्गापूजा करें तो सेकुलरिज्म खतरे मे आ जाता है।
-
वे हर काम छोड़ दिन मे पाँच बार नमाज पढ़ते है तो वे सेक्युलर है। हम एक बार मंदिर चले जाये तो सेकुलरिज्म खतरे मे आ जाता है।
-
वे हर वाक्य के बाद इंशाअल्लाह माशाअल्लाह कहते है और वे सेक्युलर है। हम अगर जय श्री राम कह दे तो सेकुलरिज्म खतरे मे आ जाता है।
-
चाहतो की फिरस्त तो काफ़ी लम्बी है
राहत देने वाली चाहते जरा कम है-