12 NOV 2017 AT 0:30

कितने ऐश उड़ाते होंगे ,कितने इतराते होंगे
जाने कैसे लोग वो होंगे ,जो उस को भाते होंगे।

उस की याद की बाद-ए-सबा में ,और तो क्या होता होगा
यूँ ही मेरे बाल हैं बिखरे और बिखर जाते होंगे

वो जो न आने वाला है न ,उससे हमको मतलब था
आने वालों से क्या मतलब है,आते हैं आते होंगे।

यारो कुछ तो बात बताओ उस की क़यामत बाहों की,
वो जो सिमटते होंगे इन में वो तो मर जाते होंगे।।

#john eliya #

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