खुल जाओ तो फ़तवे जारीपर्दे में क्या सब जायज़ है? -
खुल जाओ तो फ़तवे जारीपर्दे में क्या सब जायज़ है?
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जिसमें विश्वासघात बड़ी सहजता से प्रवेश करता है -
जिसमें विश्वासघात बड़ी सहजता से प्रवेश करता है
अन्तरमन में कलकल,छलछल बहते आँसूभीतर भीतर आँसू से कुछ कहते आँसूकभी खुले जो द्वार ,नदी से बह जायेंगेकरूणा के कुछ मोती पीछे रह जायेंगेतुम कंकड़-पत्थर भी फिर बीनोगे पथ केबलिहारी जाओगे मेरे अंतिम रथ केमेरे आँसू सच्चे थे ये बतलायेंगेआँसू ही आँसू की भाषा समझायेंगेबहने को आतुर हैं, फिर भी सहते आँसूभीतर भीतर आँसू से कुछ कहते आँसू -
अन्तरमन में कलकल,छलछल बहते आँसूभीतर भीतर आँसू से कुछ कहते आँसूकभी खुले जो द्वार ,नदी से बह जायेंगेकरूणा के कुछ मोती पीछे रह जायेंगेतुम कंकड़-पत्थर भी फिर बीनोगे पथ केबलिहारी जाओगे मेरे अंतिम रथ केमेरे आँसू सच्चे थे ये बतलायेंगेआँसू ही आँसू की भाषा समझायेंगेबहने को आतुर हैं, फिर भी सहते आँसूभीतर भीतर आँसू से कुछ कहते आँसू
सारी ज़िन्दगी के मायने बदल कर रख देते हैंइसलिए हर पल अपनी सलाहियत और काबिलियत से काम लें -
सारी ज़िन्दगी के मायने बदल कर रख देते हैंइसलिए हर पल अपनी सलाहियत और काबिलियत से काम लें
कि चाहकर भी कोई खुशी नहीं मिली -
कि चाहकर भी कोई खुशी नहीं मिली
ज़िन्दगी जीना अलग बात हैज़िन्दगी गुज़ारना अलग बातज़िन्दगी ख़र्च करना अलग बात हैज़िन्दगी जोड़ना अलग बातज़िन्दगी संवारना अलग बात हैज़िन्दगी बर्बाद करना अलग बातज़िन्दगी को ज़िन्दगी कहना अलग बात हैऔर ज़िन्दगी को ........... -
ज़िन्दगी जीना अलग बात हैज़िन्दगी गुज़ारना अलग बातज़िन्दगी ख़र्च करना अलग बात हैज़िन्दगी जोड़ना अलग बातज़िन्दगी संवारना अलग बात हैज़िन्दगी बर्बाद करना अलग बातज़िन्दगी को ज़िन्दगी कहना अलग बात हैऔर ज़िन्दगी को ...........
रहे न रहे हम, महका करेंगेबनके कली,बनके सबा -
रहे न रहे हम, महका करेंगेबनके कली,बनके सबा
पूरी हो जाती तो दिल का अरमान निकल जातापर आरज़ू पूरी न हुईबस आरज़ू ही बन कर रह गईआरज़ू थी एक -
पूरी हो जाती तो दिल का अरमान निकल जातापर आरज़ू पूरी न हुईबस आरज़ू ही बन कर रह गईआरज़ू थी एक
जब एक बार कोई चीज वापस चली जाती है तो फिर दोबारा कभी लौट कर नहीं आती लौटकर आती हैं तो बस उनकी यादें -
जब एक बार कोई चीज वापस चली जाती है तो फिर दोबारा कभी लौट कर नहीं आती लौटकर आती हैं तो बस उनकी यादें
पहले आते थे हमें ख़्वाब में भी ख़्वाबऔर अब,अब हमें नींद भी नहीं आती -
पहले आते थे हमें ख़्वाब में भी ख़्वाबऔर अब,अब हमें नींद भी नहीं आती