Gulaab ne dheeme se
Tujhse kya kaha pta hai
Tumko pyar hua hai kya-
🎂15 जुलाई
💫ज़िंदगी में चाहो कुछ हो कुछ जाता है,
लेकिन हाथ म... read more
ये मन मेरा एहसासों की तिजोरी है
मेरे एहसास एक पल को तुझे छुए
तो मेरा अस्तित्व सफ़ल हो गया-
बादलों में छुप कर बैठा है
चाँद का दीदार दुश्वार है
रात भी आज अमास है
मेरा चाँद उदास है.....
उसकी लुका छिपी से परेशान हैं
शायद अनबन कोई खास है
मेरा भी आज उपवास है
मेरा चाँद उदास है......
मिले तो बताएं किस्सा उसको
दिल में लगी कोई आस है
पारो का देवदास है
मेरा चाँद उदास है.....-
जिनका पूरा होना नहीं
लिखा था नसीब में
तभी तो हमारे हाथ
हाथों से छूटते चले गए-
// जो बिछड़ गए //
साथ थे जो कभी उनका ख़्याल ही बहुत है!
वो तो बिछड़ गए उनका प्यार ही बहुत है!!
ना जाने कहां किस हाल में होंगे अब वो तो!
साथ थे जो कभी उनका ख़्याल ही बहुत है!!
रह रहकर यादों में आकर शोर करते हैं साहिब!
साथ थे जो कभी उनका ख़्याल ही बहुत है!!
जो बिछड़ गए हो सकता किसी राह में मिलें!
साथ थे जो कभी उनका ख़्याल ही बहुत है!!
जिनका अस्तित्व ही खो चुका अतीत में कहीं!
"सारा"साथ थे जो कभी उनका ख़्याल ही बहुत है!!
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ये अक्षरों की उड़ान नहीं तो और क्या है जो हमें इतनी
शिक्षा प्राप्त कराती है।नई नई पुस्तकें रोज लिखवाती है,और नए नए आयाम तक रोज़ ही पहुंचा देती है।
अनंत विषय अनंत ज्ञान और अनगिनत अक्षरों की उड़ान का नतीज़ा कितना रोचक होगा कभी सोचा।
कभी सोचा किताबों में बंद रहते रहते अक्षरों को भी
उमस होती होगी और वो भरते होंगे उड़ान फिर गगन की।और उन्हें पकड़ने कौन जाता होगा वापस।फिर से
किताबों में सहेजकर रखने के लिए।सबको ज्ञान देने
गुणी बनाने और देश का भविष्य संवारने के लिए।-