न हारा हैं अमन न ज़िंदगी ठहरी हैं
आंसू बह रहे है इम्तेहान चल रही है
ज़िंदगी बचा के रख तू अपना गम
मेरे पास कहा गम की कमी हैं
~aman-
साहित्य पर चर्चा🖋️
(साहित्य पर चर्चा)
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वैसे तो लिखने का शौक है हमे
बस भावनायें संग नहीं देती,
क्योंकि में 💔टूटा हुआ नहीं हू
बस शब्द... read more
बस भावनायें संग नहीं देती,
क्योंकि में 💔टूटा हुआ नहीं हू
बस शब्द... read more
Joined 2 January 2020
31 AUG 2022 AT 8:33
23 MAY 2022 AT 22:48
हालतों से जो घबराया है,
कहाँ वो जीत पाया है।
गिर गिर कर भी , जो खड़ा है,
यक़ीनन वो जीता है।।
~ कैलाश हीराणी
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23 MAY 2022 AT 21:44
क़लम जैसे ही
लिखने को उठती है,
ग़ज़ल से पहले
एक तस्वीर की ओर
मुड़ जाती है।
~ कैलाश हीराणी
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15 MAY 2022 AT 11:00
"वक्त बदल गया है...
अब बेटियां नही ,
बेरोजगार लड़के माँ बाप के
कंधों का बोझ हैं.।"
~ जैकी यादव-
8 MAY 2022 AT 5:38
जब आप अपनी माँ की आँखों में देखते हैं
तो आपको पता चलेगा कि
यह इस धरती पर मिलने वाला
सबसे शुद्ध प्रेम है।
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29 APR 2022 AT 5:10
उम्मीद का जन्म ,
प्रेम से होता है
और प्रेम की मृत्यु,
उम्मीद से ।
~ आलोक (गीत)-
25 MAR 2022 AT 16:44
इतनी फुऱसत है किसे आज के जमाने में।
वक्त बहुत लगता है बीती बातें दोहराने में।
जिन्दगी के सफर में जब नये लोग मिल जाते हैं
तो देर कहाँ लगती है बिछड़ों को भुलाने में।-