फ़रवरी में प्यार के अफ़साने बनेंगे,
मगर हम अब प्यार से ही दूर रहेंगे।
लोग होंगे अपने चाहने वालों के साथ,
हम अपनी तन्हाई के नशे में चूर रहेंगे।
अब जाना है तो जाओ मैं नहीं रोकूंगा,
हम मग़रूर थे मग़रूर हैं मग़रूर रहेंगे।
जानते हैं मोहब्बत नहीं है नसीब में,
हम तो अब हसीनों से भी दूर रहेंगे।
बात तो करना चाहते हैं उनसे मगर,
बस दिल से मजबूर हैं मजबूर रहेंगे।
वेलेंटाइन वाले दिन सोचेंगे कुछ तो,
आएंगे मिलने पर नज़रों से दूर रहेंगे।
वो हमें जो ज़ी में आए समझें,
हम तो फ़कत उन्हें नूर कहेंगे।
★ साहिल/the.shore— % &
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