मैं इश्क़ चाह रहा था,
शायद चाहती वो...
वक्त ने रोक लिया उसे...
शायद आ जाती वो।
चुपके से पढ़ना स्टेटस,
कुछ अपने भी जज़्बात दिखाती वो,
समय बीत गया उसका अब,
अब तक तो आ जाती वो।-
दुनियां के लिए होती होगी कोई खुशी...
मेरे लिए है, मैसेज का ब्लू टिक या सीन हो जाना ।-
वो जो तुम्हारे दोस्त मुझे भाभी कहते हैं,
कुछ तो मेरे ही मोहल्ले रहते हैं,
अब उनसे कैसे नज़र मिलाऊं मैं,
मुहब्बत भी है तुमसे,पर कैसे छुपाऊं मैं।-
तुम्हारी तलब है,
तुम लगाओ आज बोली...
मेरे बुरे दिनों का,
सौदा गलत न होगा।-
ये मैं नहीं कह रहा,
दावते ए आसन का सार कहता है,
खूब खाने का है शौकीन,
ऐसा आपका किरदार कहता है ।
सूंग लेते हैं,तड़का,लहसुन,प्याज का..
मेरा यार मशहूर है शहर में,
कह रहा है अखबार आज का।
इश्क़ के रंग से, बड़ा मासूम लगता है...
ये महरूम रंग उसपर खूब जचता है।
बड़ी प्यारी सी आंखे उसकी हमें बुलाती हैं,
जरा देखो,मेरी आंखों में मेरा यार हस्ता है।-
माला एक सिस्टम दर्शाती है,
इस माला में या तो कुछ मनके खराब हो गए होंगे,
या टूट गए होंगे।
खराब हुए और टूटे मनकों की जगह नए मनके पिरोना जरूरी होता है,और तभी माला का उद्देश्य सार्थक होता है।
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Phonepe,Google pay...तक तो ठीक है,
दुआ करना कभी मुझे legal pay नहीं करना पड़े।-
सजा बफा की इतनी बहुत है,
मेरे समय की कीमत इतनी बहुत है,
बताओ अभी मलाल दिल में ...
काफी हैं या अभी बाकी बहुत है।-
मान लो आपको कोई काम करना था,लेकिन असफल हुए...और कोई plan-B भी नहीं है,
तब आपको गुस्सा आयेगा ही आयेगा।
मतलब प्लान -B न होने पर गुस्सा आता है।
अगर आप बात बात पर गुस्सा करते हो,तो दिक्कत किसी और में नहीं,आप में हैं... क्योंकि आपके पास प्लान तो है,प्लान B नहीं है।-
मैंने पढ़ी हैं तेरी आंखें,
किताबों का पढ़ना तो आम है,
तुम आजाओं न मिलने अब,
तुमसे थोड़ा जरूरी काम है।-