तू इतनी कमाल क्यूँ है? पल में हॅसाती है, पल मे रुलाती है पल मे सब कुछ देती हैं और एक ही पल मे ही दुनिया उजाड़ देती हैं, जिंदगी सच बता तू इतनी कमाल क्यों है?
ये खामोशी मुझे खाये जा रही है, तेरा यूँ चुप रहना मुझे सताये जा रहा है तेरा हर बात को बिना बोले ही जवाब दे देना हमे रुलाये जा रहा है.. कुछ तो कह.. तेरा न कहना हमें सताये जा रहा है..
किसी को कभी ये नहीं सोचना चाहिए कि मेरे बिना किसी का काम नहीं चलेगा. ये दुनिया तो ताश के खेल जैसी है. ज़रूरत पड़ने पर लोग जोकर को बादशाह बना लेते हैं...
आजकल हमें.. जिसे हमारा साथ रास आता था.. आज कल वो हमें दरकिनार कर रही है.. उसकी ऐसी आदत लगी है कि.. हम उसके लिए रो रहे हैं.. कि क्यूं बिना रुके ही छूकर निकल जाती हैं??