रवि कुमार सिन्दल   (Ravi kumar sindal😊)
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Joined 28 April 2018


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Joined 28 April 2018

कभी कुछ माँगा तो नही प्रार्थनाओं में भगवन
बस इतनी सी तम्मना है की
जो भी मुझे मिले मुस्कुराता मिले और
जवाब में मेरी भी एक प्यारी सी मुस्कुराहट हौ ।
रवि कुमार सिंदल

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Just as there are tiny unicellular but immortal creatures in the world.
In the same way, human beings are also of ordinary nature, With philanthropy, dignified life, high thoughts, the spirit of exploration and great deeds, one can become immortal in the whole world.
Ravi kumar sindal




जिस प्रकार दुनिया में
अतिसूक्ष्म एककोशिकीय
लेकिन अमर जीव होते है।
उसी प्रकार
मनुष्य भी साधारण स्वभाव,
परोपकार , मर्यादित जीवन,
उच्च विचार ,अन्वेषण की भावना
और महान कार्यों से
सम्पूर्ण जगत में अमर हो सकते है।।
रवि कुमार सिंदल

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A degree or an exam
Does not identify talent
The proof of knowledge
is inherent in
one's own thinking/thoughts.
Ravi kumar sindal

कोई उपाधि या कोई परीक्षा
प्रतिभा की पहचान नही होती
ज्ञान का प्रमाण तो व्यक्ति की
सोच मे ही अन्तर्निहित होता है।
रवि कुमार सिन्दल

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प्रेम बहुत ही प्राकृतिक और सरल होता है जो सदैव प्रकृति की तरह अर्पण करना जानता है।
अर्थात सच्चे प्रेम में सौंदर्यता,प्रतिष्ठा
और भव्यता का कोई महत्व नही है।
सच्चा प्रेम सिर्फ अर्पण करता है याचना नही।।
रवि कुमार सिंदल


Love is very natural and simple which always knows how to give like nature.
That means there is no importance of beauty, prestige and magnificence in true love
True love is only offering, not Demanding.
Ravi Kumar Sindal

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प्रारब्ध में जो भी हो मेरे,अब अभीप्साएं बड़ी है।
प्रयत्न से थकता नही में, प्रतियोगिताएं बड़ी है।।
है पराजय आचार्य मेरी,अन्तर्बोध का समय है।
है जिन्दगी रणभूमि मेरी,अब प्रदर्शन का समय है।।
निराशा की घड़ी नही अब,प्रत्याशा की बेला है।
नही अर्जुन सा प्राधिकार,ना माधव जैसे रथवेला है।।
सत्य है आचरण मे मेरे, मानवता का स्वार्थ है।
विजय रहूँ तो हर्ष मिले मुझे ,अन्यथा प्रारब्ध ही पर्याप्त है।।
रवि कुमार सिंदल


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दुनिया के तमाम रिश्तों के अहसास को
बताना असान है
भाई बहन का रिश्ता एक ऐसा अहसास है
चाहे जैसे भी हालात हो
परम स्नेह का भाव और प्रेम की अनुपम अवस्था
और कुशलक्षेम बीन बतायें भी बयाँ हो जाता है ,
ऐसा लगता है मानो स्वयं से स्वयं की भेंट हो रही हो।।
रवि कुमार सिंदल

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बादशाह के शहर में गुलामों का पता नही पुछा करते ।
बस बादशाह के कदमों की तरफ देख लिया जाता है ।।
रवि कुमार सिन्दल

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स्वतंत्र रहुँ अपने विचारों से।
निंदा करना मुझे नही आता।।
दीन हिन परिस्थितियों मे भी।
रुप बदलना मुझे नही भाता।।
भरता उड़ान में स्वयं के पंखो से।
गिर कर भी थकना मुझे नही आता।।
रहे मित्रवत या शत्रुता से कोई।
इर्ष्या करना मुझे नही भाता।।
मिले प्रेम जँहा वहीं हारता।
हार कर जीतना मुझे है आता।।
सफलता मिले तो मेहनत से मुझे।
शिफारिश करना मुझे नही आता।।
प्रतिद्वंदी मिले मुझे मुझ सा कोई।
प्रतिस्पर्धा करना मुझे नही भाता ।।
बैरी तो पीठ से वार ना करे कोई ।
साम दाम दंड भेद मुझे नही भाता ।।
रवि कुमार सिन्दल

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एक सवाल सब से ....
गलत में हुँ या मेरा व्यवाहर
जिन्हे मे अपना समझता हुँ
अक्सर वे मुझ से दुर हो जाते है
या मे उन से दुरी बना लेता हुँ ।।

मुझे किस बिन्दु पर बदलने की जरुरत है ?

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Time is good or bad.
Good people
Only history is made.
Ravi kumar sindal

वक्त अच्छा हो या बुरा हो ।
नेक व बेहतरीन सोच वाले लोग
इतिहास ही बनाते है।।
रवि कुमार सिन्दल

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