Rupinder Kaur   (Rupinder Kaur)
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Joined 27 December 2021


Joined 27 December 2021
23 HOURS AGO

क्यूं उम्मीद लगाता है किसी से
चला जाता है जिसको जाना होता है
निशानियां तो बंद हो जाती हैं संदूकों में
पर यादों का कब कैदखाना होता है

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26 APR AT 22:34

दफ़अतन तशरीफ़ ले आया कोई दिल के घरौंदे में
ना शोर सुना हमने ना कोई आहट हुई

हमने भी तब जाना दिल में उसकी मौजूदगी को
जब रुकी रुकी सी जिंदगी को फिर ज़ीने की चाहत हुई

मर मर कर जी रहे हम हंसना भूल गए थे
शुक्र ख़ुदा का इन बेचैनियों से अब तो राहत हुई

खंडर हुए वजूद में अक्सर मातमों के शोर थे
बरसों बाद दीप जले अरसे बाद दावत हुई

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26 APR AT 22:11

हर एहसास लफ़्ज़ों में बयां नहीं होते
मेरी आंखों में देख तु हाले दिल जान ले

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26 APR AT 22:05

कुदरत की कारीगरी से हैरान हुं मैं
बहुत कुछ जानते हुए भी नादान हुं मैं
हर रंग में हर रूप में इक अदभुत नज़ारा है
नई नवेली दुल्हन ने जैसे अभी घूंघट उतारा है
इसके गहरे रहस्यों से जैसे अभी अनजान हुं मैं
कुदरत की कारीगरी से हैरान हुं मैं

ऊंचे पर्वत, कहीं समंदर कहीं बर्फ की चादर है
एक रंग को समझोंगे तो दूजा नया उजागर है
सर झुका सलाम करते हैं तेरी नियामतों को
ना जाने तेरी गोद में कितने दिनों का मेहमान हूं मैं
कुदरत की कारीगरी से हैरान हुं मैं

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26 APR AT 15:48

हंसते संग हंसती है दुनिया
रोते संग भला कौन रोता है
जिम्मेदारियों की गठरी यहां
खुद ही उठानी पड़ती है
किसी का बोझ यहां कौन
ढ़ोता है

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26 APR AT 15:36

खुशियों में मेले हैं
दुःख में सब अकेले हैं

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26 APR AT 13:25

I have wisdom and knowledge, what do you have?



I have god

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26 APR AT 13:08

सीखना है तो परिंदों की तरह रहना सीखो
हर मौसम में ढलना सीखो हर बहाव में बहना सीखो

ना लालच ना वैर किसी से ना झगड़े जातो पातों के
मीठे स्वरों की बोली उनकी ना ताने कड़वी बातों के
शिकवे शिकायतें दूर भगा कर बोल प्यार के कहना सीखो
कुछ सीखना है तो परिंदों की तरह रहना सीखो

उड़ते हैं आसमान में पर ना हद ना कोई घेरा है
मिल बांट कर रह लेते हैं क्या तेरा क्या मेरा है
मजहबों के रट्टे छोड़ो इन्सानियत का मायना सीखो
कुछ सीखना है तो परिंदों की तरह रहना सीखो


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26 APR AT 12:50

कभी मुहब्बत का फूल
यूं झोली में आन पड़ेगा



तो हम इसे दिल के
मंदिर में सजाएंगे

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25 APR AT 21:50

अपना सब कुछ हम तुझ पे लुटाए बैठें हैं
तुझे देने के लिए हम दिल उठाए बैठे हैं

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