सोचने से कहाँ मिलते है, तमन्नाओं के शहर.चलने की जिद भी जरुरी है, मंजिल पाने के लिए. - जिंदगीनामा
सोचने से कहाँ मिलते है, तमन्नाओं के शहर.चलने की जिद भी जरुरी है, मंजिल पाने के लिए.
- जिंदगीनामा