Rupesh Kumar   (written.thoughts)
125 Followers · 20 Following

लिखते रहो, सीखते रहो।।
Mechanical Engineer in making...😎😎😎
Joined 18 February 2019


लिखते रहो, सीखते रहो।।
Mechanical Engineer in making...😎😎😎
Joined 18 February 2019
25 JUL 2022 AT 19:34

इसी भीड़ में चले जा रहे हैं
नय तजुर्बे के साँचे में ढले जा रहे हैं,
मंज़िल तो सबकी अलग-अलग है
अरे बेकार में ही लोग लोगों से जले जा रहे हैं।।

-


4 MAY 2022 AT 23:36

बचपन में चीखते-चिल्लाते थे सब
लेकिन अब सब शांत रहते हैं,
सबके साथ मिल झुल कर रहते थे जो
वो अब बिल्कुल एकांत रहते हैं

दिल बेखौफ था, मन चंचल सा था
दोस्तों के संग हर पल कुछ हलचल सा था,
मगर अब संयोग से ही मिल पाते हैं
न जाने सब किस प्रांत में रहते है

सबसे बात किये बगैर होता ना दिन पूरा था
साथ क्रिकेट न खेले तो वो दिन ही अधूरा था
अब तो ना ही उतनी बातेँ होती है न ही क्रिकेट खेलते हैं
अनजाने ही सही मगर न जाने हम ये सब कैसे झेलते हैं

अब तो वो अपने रास्ते हम अपने रास्ते हो चुके है हम सब
एक पास रहता है तो दूसरा बहुत दूर
ना जाने फिर से साथ मिलेंगे हम कब।।

-


11 SEP 2021 AT 11:22

उससे जा कर कह दो
की हार ना माने अभी वो
हार उसके रत्ती भर भी करीब नहीं,
खेल अभी तो बस शुरू ही हुआ है,
आखिरी छण अगर ना पलट दिया
तो मेरा नाम भी नसीब नहीं।।

-


7 SEP 2021 AT 9:54

यूँ ही बेखौफ आगे बढ़ते जा, लोग तो टोकेंगे ही
ये समाज है जनाब, तेरे बढ़ते कदमों को रोकेंगे ही।।

-


27 AUG 2021 AT 21:11

कठिन ये समय आया है,
संग कई मुश्किल चुनौंतियाँ लाया है,
और जो साहसी इनसे है लड़ गया,
उसने खुद को सफलता के शिखर पर पाया है।

यूँ तो कहने को हैं लाखों अड़चनें,
मगर इनके चलते वो न
पहले लड़खड़ाया था ना आज लड़खड़ाया है,
अपनी तक़दीर उसने खुद ही है लिखी
ऐसा दृढ़-निश्चयी स्वभाव उसने अपनाया है।

मगर रास्ते में मायूसी के बादल छट नहीं रहे थे
उसने फिर भी कोशिश कर ये दिखलाया है,
की जिसने भी नहीं छोड़ा मेहनत का साथ कभी
उसके सपनों ने उसे दिल से गले लगाया है।।

-


21 AUG 2021 AT 11:33

मेरी आँखों के सामने
तेरे चेहरे का आना
पलखें झुका कर
तेरा यूँ मुस्कुराना,
दो पल की ख़ुशी कहूँ
या कोई दिक्क़त है ये
या फिर सपने के भेस में
हक़ीक़त है ये।।

-


18 AUG 2021 AT 16:45

मेरी नींद का ना आना
तेरे ख़्वाबों का ना जाना
बहुत नाइंसाफी है ये
मगर इश्क़ के लिए काफ़ी है ये।।

-


12 AUG 2021 AT 17:54

ज़िन्दगी तो यूँहीं
चलती रहेगी,
शामें खूबसूरत कई
ढलती रहेगी,
खुशियाँ आते जाते
बदलती रहेगी,
जीने का मज़ा
भरपूर उठाओ मेरे दोस्त
वरना...
बाद में पछतावे की आग
यूँहीं जलती रहेगी
और दिल में ये बात
खलती रहेगी।।

-


27 MAY 2021 AT 15:31

मैं हार मान लूँ
इतना भी कमज़ोर नहीं
जीत के लिए संघर्ष करना ज़रूरी है,
छोटे से छोटा कदम भी
अहम साबित होता है
बस गिरने के बाद फिर से
एक बार खड़े होने की देरी है।।

-


26 MAY 2021 AT 10:02

किसी भी चीज़ को कम मत आँकिये
क्योंकि विशाल पहाड़ भी
दूर से छोटे ही नज़र आते हैं।।

-


Fetching Rupesh Kumar Quotes