Rupangi Dwivedi  
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Joined 5 July 2020


Joined 5 July 2020
30 OCT 2024 AT 10:58

तेरे जैसा इस दुनिया में..
मुझे अब कोई मिलता नहीं है..
कि तुम्हारे बिना, यह समय अब गुजरता नहीं है..
यूं तो फिदा है लाखों मुझ पर..
पर क्या करूं.... तेरे आगे.....
मेरा कोई हिसाब चलता नहीं है

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16 FEB 2024 AT 15:25

उसने कहा ..
चाँद ..तुम्हारा चेहरा, सूरज... तुम्हारा नूर,
फूल... तुम्हारे होठ, समुद्र.. तुम्हारी आंखे,
जंगल की छाँव.. तुम्हारी जुल्फे,
जीवन ... तुम्हारी मुस्कान से है।
मैने कहा..
मैं मतलब तुम, मेरी मुस्कान.. तुम्हारी मौजूदगी।
मेरा जीवन ...तुम्हारा होना, मेरी आँखें .. तुम्हारे नज़ारे।
मेरी जुल्फे.. तुम्हारा हाथ फेरना, और
मेरा चेहरे का नूर .. तुम्हारी आँखों के फितूर से ही है।

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4 NOV 2023 AT 4:03

काली अंधेरी रात,
कि छत पर दो हंसो की बात,
डाले हाथो में हाथ,
देख रहे थे नूर भरा चाँद।
कि देख उन हंसो को, चाँद भी था उलझाया।
अरे ये खूबसूरत है साथ मे, फिर मैं क्यों अकेला निकल आया।
की जमीं पे एक चाँद लगा पूरा और,
आसमान का वो चाँद फिर भी लगा अधूरा।

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9 OCT 2023 AT 20:46

तेरा रूठना और मेरा मनाना छूट गया।
शाम की वो बातें, और साथ समय बिताना छूट गया।
तेरी मुश्कराहटो पर मेरी नज़रें, तेरे आँशुओ पर मेरे कंधे।
तेरे दिल मे मेरा प्यार, सब कुछ एक याद में सिमट गया।
लो तुझे याद करते करते, एक और महीना गुज़र गया।
लो तुझे याद करते करते, एक और महीना गुज़र गया।

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22 AUG 2023 AT 2:08

आज़ फिर एक ख़ास दिन आने वाला है,
फिर एक खास दिन, खास इंसान, खास यादे,
खास लमहे और खास जगह याद आने वाला है।
पुरानी यादें
और नई उम्र
दोनो फिर बैठक लगाने वाले हैं।

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30 JUL 2023 AT 23:13

तुम हैण्डसम सा लड़का, और मैं तुम्हारी नटखट बालिका प्रिये।
तुम नदी सा साफ, और मैं तुममे डूबती हुई मछली प्रिये।
तुम आसमान सा ऊँचा, और मै तुममे उड़ती हुई पंछी प्रिये।
तुम धरा सा मजबूत, और मैं तुममे संभलती हुई संजीवनी प्रिये।
तुम हरियाली सा हरे भरे, और मैं तुममे खिलती हुई कली प्रिये।
तुम हवन की अग्नि सा तेज़, और मैं तुममे घुलती हुई धूप प्रिये।
तुम वायु लहर की ठंडक, और मैं तुममे उड़ती हुई तिनका प्रिये।
तुम सोने सा चमकता चेहरा, और मैं तुममे जड़ी हुई हीरा प्रिये।

♥️♥️

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18 JUL 2023 AT 13:10


" Want to be unique,

  And to fulfill your dreams.

  Also to reach your goal,

  That is inside your soul.

  And break the chain that you know,

  Then feel your wings and spirit grow.

  Work on your toxic behavior,

  Heal the world as well as you, dear.

  It's hard, always in positive emotions I know

  But doing it, you're making a fire in the snow. "

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25 JUN 2023 AT 21:00

"IN THIS PRETENDED WORLD,

            SIMPLICITY LIVES IN A FLAME OF LIGHT.

            IT GIVES SEVERAL GLEAM OF NIGHT.

            THEY ARE NOT FOND OF CROWD,

            AS THEY FLY ALONE FOR THEIR CROWN.

            SOME REACH THEIR PATH LATE.

            AS THEY ARE FULL OF MATE."

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13 JUN 2023 AT 21:18

एक जंग ऎसी भी,
उन्हें मोहब्बत चाहिए थी, हमें सिर्फ दोस्ती।
लड़ाई लड़ाई में हुआ ऐसा भी
ना उन्हें मोहब्बत मिली, न हमे दोस्ती।
अब कुछ ख़ामोश इस क़दर है,
दोनो तरफ़ थमती लहरो की डगर है।

एक वादा ऐसा भी,
हम उनको भूल गए, तुम हमको भूल जाओ।
लड़ाई लड़ाई में दोनों भूले भुलाये है।
एक रिश्ता ऐसा भी,
उन्हें कोई शिक़ायत नहीं, हमे कोई ख्वाईश नहीं
पर अन्दर अंदर कम्बख्त आश लगाये है।
सब को सब की हाल ए ख़बर है,
पर मन मे फिर भी एक मगर है।

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9 JUN 2023 AT 20:05

जिंदगी की याद बने बैठे है,
जान से अंजान बने बैठे है।

गलती सौ होती तो भी था
एक गलती सौ बार करे वो,
माफी की उम्मीद लगाए बैठे है।

एक राह ऐसी भी,
'मेरी जान' से 'एक अंजान' बने बैठे है।

जिसको हर दुख, हर खुशियो में
एक नज़र देखने को बैठे है।
आज वही नजर, उन्हें नजरअंदाज करे बैठे है।

एक राह ऐसी भी,
'साथ निभाये' से 'पश्चाताप निभाये' बैठे है।
आज वही, जान से अंजान बने बैठे है।

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