मयस्सर समझकर तोड़ना चाहा जिसने!खामखां आँधी को ही न्योता दिया उसने! - Dr. Rupali
मयस्सर समझकर तोड़ना चाहा जिसने!खामखां आँधी को ही न्योता दिया उसने!
- Dr. Rupali