जो हाँथ था बेहद अज़ीज़ हमें,वो हाँथ भी हँसकर छोड़ आए हैं... तेरा तो सफर आसान रहे,हम अपनी ज़मीं छोड़ आए हैं...किसी मोड़ पर मिल जाओ तो लौटाना ज़रूर, खुद को हम तेरे ही पास छोड़ आए हैं...वो होता है उदास तो हमें याद करता है, हम उसकी ज़िंदगी में अपनी कमी छोड़ आए हैं...— % & -
जो हाँथ था बेहद अज़ीज़ हमें,वो हाँथ भी हँसकर छोड़ आए हैं... तेरा तो सफर आसान रहे,हम अपनी ज़मीं छोड़ आए हैं...किसी मोड़ पर मिल जाओ तो लौटाना ज़रूर, खुद को हम तेरे ही पास छोड़ आए हैं...वो होता है उदास तो हमें याद करता है, हम उसकी ज़िंदगी में अपनी कमी छोड़ आए हैं...— % &
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और जिस दिन तुम ईश्वर से प्रार्थना करोगे कि वो दुश्मनों से तुम्हें बचाए उस दिन तुम्हारे बहुत सारे "दोस्त " तुमसे दूर हो जाएंगे...— % & -
और जिस दिन तुम ईश्वर से प्रार्थना करोगे कि वो दुश्मनों से तुम्हें बचाए उस दिन तुम्हारे बहुत सारे "दोस्त " तुमसे दूर हो जाएंगे...— % &
अब जो बिछड़ गए हो तुम तो मलाल क्या करूं ,तुम्हारे साथ भी तो अक्सर तन्हा रही हूँ मैं... — % & -
अब जो बिछड़ गए हो तुम तो मलाल क्या करूं ,तुम्हारे साथ भी तो अक्सर तन्हा रही हूँ मैं... — % &
किसी से बिछड़ने का दुःख उतना बड़ा नहीं होता जितना बड़ा होता है उसके साथ होकर भी अकेला महसूस करने का दुःख...— % & -
किसी से बिछड़ने का दुःख उतना बड़ा नहीं होता जितना बड़ा होता है उसके साथ होकर भी अकेला महसूस करने का दुःख...— % &
वो सबकुछ जो तुमसे छीना जा सकता है कभी तुम्हारा था ही नहीं... — % & -
वो सबकुछ जो तुमसे छीना जा सकता है कभी तुम्हारा था ही नहीं... — % &
रास नहीं आती दिखावे की रिवायत हमको, जिस से दिल न मिले मिलाना हांथ भी नहीं...— % & -
रास नहीं आती दिखावे की रिवायत हमको, जिस से दिल न मिले मिलाना हांथ भी नहीं...— % &
Over thinkers need a listener...— % & -
Over thinkers need a listener...— % &
When you choose peace over revengeYou win — % & -
When you choose peace over revengeYou win — % &
Dear females achieve your dreams first marriage can wait... — % & -
Dear females achieve your dreams first marriage can wait... — % &
मेरी लड़ाई अपने आप से है क्योंकि मुझे दुश्मन भी बराबरी के पसंद है... — % & -
मेरी लड़ाई अपने आप से है क्योंकि मुझे दुश्मन भी बराबरी के पसंद है... — % &