करूंगा श्रृंगार तुम्हारा,अपनी शायरियों से...तुम बैठो मेरे सामने कभी मोहब्बत बन कर....!! - कलम-ए-साहिल
करूंगा श्रृंगार तुम्हारा,अपनी शायरियों से...तुम बैठो मेरे सामने कभी मोहब्बत बन कर....!!
- कलम-ए-साहिल