25 DEC 2022 AT 7:56

खोता वही है !
जो आपका है ही नही, जो आपका
है आपमे निहित है |
खो देना कही बेहतर है खोने की
निरन्तर जूझती पीड़ा से ,
और उससे बेहतर है खो देने को ,
स्वीकार कर लेना |

- Ruchi dixit