साहिबा ठहर गई
जैसे अली गुजर रहा हो उसकी आंखों से ~ मुलाकात-
मरूभूमि 🤍
अंगुलियों का रक्त कलाई पर लपेटे लाल धागे को
गहरा सुर्ख कर देता है~
चमड़े से चिपका सफेद रेशमी कपड़े का परिधान
मुझे पूर्ण कर देता है~-
सप्तगंध /
When you're Blue
& am Red
I wanna licck your neck and
make you
Purple all over)-
अगर मै कह दूं
तुम गवाह रहना मेरे क़त्ल की पैरवी में
तुम्हारा कटघरे में खड़ा रहना मुश्किल होगा ....-
बदतमीज होता जा रहा हूं
सीमित शब्दकोश में फंस
नए पन्ने थूक लगा रहा हूं
बाप के सपने जला कर
मैं मां को पानी लाने का कह रह हूं
हर दिन नाम लिख कर शीशे पर
मैं बाल बनाना भूल जा रहा हूं ....
बदतमीज होता जा रहा हूं..-
तुम मुक्त रहना
तुम बांधना बालों के दस्तरखान को
कुछ जुल्फे रखना दरवाजे से बाहर ...
तुम सिखाना कलम की गहनता होंठो को
कुछ भंवरे समेटना पानी से बाहर...
तुम दिखाना हाथों की नदियां दुनिया को
कुछ मोती रखना समंदर से बाहर ...
तुम सुनाना बजती पगथलियां राह को
कुछ घुंघरू रखना धागे से बाहर ...-
देखो वो अंधेरे को स्याह दिखा रहे है
उसके वो नए यार
मुझे उसकी खूबसूरती बता रहे है...-