हज़ार दफा देखा हैं तेरी आंखों में प्यार...
तेरे ना कहने से हम मानने वाले नही .....-
जिससे भी मिलिये मोहब्बत से मिलिये
लोग बताते नहीं.... मगर तन्हा बहुत हैं....!!-
कबिरा खड़ा बाजार में,
मांगे सबकी खैर।
ना काहू से दोस्ती
ना काहू से बैर ।।
😊😊-
लोग जल जाते हैं मेरी मुस्कान पर क्योंकि,
मैंने कभी दर्द की नुमाइश नहीं की,
जिंदगी से जो मिला कबूल किया,
किसी चीज की फरमाइश नहीं की,
मुश्किल है समझ पाना मुझे क्योंकि,
जीने के अलग है अंदाज मेरे...-
अपनी झोपड़ी में
राज करना,
दूसरों के महल में
गुलामी करने से बेहतर है...-
जो चाहने वाले होते हैं ना
वो बहुत किस्मत से मिलते हैं
तो अर्ज किया है.....
बहते हुए अशकों की ज़ुबां नहीं होती...
लफ़्ज़ों में मोहब्बत ब्यान नहीं होती...
और मिलें जो मोहब्बत तो कद्र करना...
किस्मत यूं हर किसी पर मेहरबान नहीं होती...!!-
वफा सीखता हूं सूरज से!
रात कितनी भी गहरी हो,
वो कभी अपनी सुबह नहीं बदलता!-
हर ख़्वाब हर ख़्याल में हो तुम,
मेरी रूह के हर एहसास में हो तुम,
कौन कहता है मुझसे दूर हो तुम,
मैं ज़िस्म हूँ तो मेरी जान हो तुम।-
तुम्हारे ख्यालों की भीड़ लगी है मुझमें,
मैं अकेला होकर भी अकेला नहीं होता...-