हमर मुंह से निकलल वाणी ककरो ठेस पहुचाबाई लेल नई ये,
लेकिन हमर बात सीधा ताल्लुक दिल पर घात करै से रखै ये-
समय मिले तो सोचना
जब किसी 🏦 बैंक से आप कर्ज़ लिए हो किसी दोस्त के लिए
और वो बैंक बहुत दूर हो जहां आपको जाने मे दो दिन का समय लगे,
मोबाइल नंबर अपडेट ना हो
🏧 एक्सपायर हो गया हो
और फिर आपका कोई किस्त बाउंस कर जाए
तो सच बताना ,,,,
क्या चाहत रहेगा उस दोस्त से तुम्हारा
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किसी ने सही ही कहा है
वक्त सभी का आता है
30 दिन ताना सुनने के बाद,
एक दिन ऐसा भी आता है
जिसे हम सूद समेत लौटा सके,-
तुम कहानी की वो हिस्सा हो
जिसे.....
ना बोल पाता हु,
और ना चुप रह पाता हु,
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हौसला है चलने का अपने पैरों पे
तभी तो चल के दिखा रहा हूं,
आपने अपना बहुत खूब निभाया,
अब मै अपना निभा रहा हूं-
हालात कैसा भी हो,
भाफने का हुनर रखता हु,
तुम लाख चलो लोमरी की चाल,
मै शेर सा फौलादी जिगर रखता हूं,-
कुछ इस तरह प्यार के साजिश का शिकार हुए,
की चोट उन्हे लगा और हम बीमार हुए,-