18 NOV 2017 AT 0:24

वजूद नही है कोई, चाँद का,
चमकता है रौशनी ले तारों का,
तारों जैसा कौन है यहाँ जो दूसरों को भी चमकना सिखाता है,
चाँद तो बस अपने में ही रह जाता है।।।

- Blank_inkygirl