Roshan Singh   (Singh)
4.1k Followers · 950 Following

Joined 28 April 2019


Joined 28 April 2019
29 APR AT 15:20

sabke girne ka mosam aata hai dada,,,, yakeen na ho to patton se pucho.

-


29 APR AT 15:18

एक अर्से बाद मिलना तय करेगा मोहसिन......
कमी किस के किरदार में थी

-


4 APR AT 16:56

कुछ एक पन्नों की किताब है,
वैसी ही हू वा हू जैसे कोई शख्स या शख्सियत अपनी जुबान के ईस्तेमाल से कह रहा है,
हू वा हू जैसे लिखा गया है डायरियों में एक-एक शब्द रातों को दिनकर करते हुए, जागते हुए किसी वजह से या शायद बेवजह...
अपने लिये या फिर दुनियाँ के लिए, जिसके एक-एक हर्फ पर पीएचडी लिखी जा सकती हैं जिसकी एक-एक कलम से लाख सीखा जा सकता है, जीतने का हुनर और शायद जीने का भी और बदला जा सकता है घनघोर अंधेरे को सुर्ख उजालों में....

-


4 APR AT 12:12

पढ़िए! क्योंकि पढ़ने से सीखने तक के सफर का नाम ही शिक्षा है शायद जीवन भी है!

-


1 APR AT 21:39

जीत जाने में एक मसला तो हमेशा रहेगा .....
जीत का तबका हमेशा तुम्हारा थोड़ी रहेगा

-


1 APR AT 21:32

तुम्हे लगता है, तुम्हे ख़बर है .....
तुम्हे ख़बर नहीं है
मैंने राह बदनामी ही चुनी है
मुझे बदनामीयों का डर नहीं है

-


1 APR AT 21:31

नज़रें मिलानी भी पड़ती है ...
चुराने भर से काम नहीं चलता
जब अकेले बैठते है तो
खुद से ,
सवाल करने होते हैं
ज़वाब देना होता है

-


29 JAN AT 16:32

जब तुम्हें पता चलेगा मसले क्या थे.....
बहुत देर हो चुकी होगी
वक़्त गुजर चुका होगा
मसले सिमट चुके होंगे

-


24 JAN AT 10:11

जीना था अपने लिए और के लिए जीते रहे....
हमारे लिए तो सब अपने थे
हम पराये सबके लिए होते रहे

-


7 JAN AT 11:21

जमाने ने खुदा कहा, हमे समझ तुम आये

-


Fetching Roshan Singh Quotes