कई उलझनें सम्भाल रखी हैं दिल में मैंनेचुप रहता हूँ तो लोग समझते हैं सुकून में हूँ -
कई उलझनें सम्भाल रखी हैं दिल में मैंनेचुप रहता हूँ तो लोग समझते हैं सुकून में हूँ
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नहीं किसी से, अब खुद से ही वादा हैनहीं किसी पर, अब खुद पर भरोसा है -
नहीं किसी से, अब खुद से ही वादा हैनहीं किसी पर, अब खुद पर भरोसा है
समय कई जख़्म देता है ...उम्र गुजरी तो जाना कि घड़ी में काँटे क्यों होते हैं -
समय कई जख़्म देता है ...उम्र गुजरी तो जाना कि घड़ी में काँटे क्यों होते हैं
इश्क़ का महीना है या महीने भर का इश्क़ नहीं समझ आता हमें ये फ़रवरी वाला इश्क़... -
इश्क़ का महीना है या महीने भर का इश्क़ नहीं समझ आता हमें ये फ़रवरी वाला इश्क़...
अब कहाँ मिलता है इस दुनिया में सच्चा प्यार -
अब कहाँ मिलता है इस दुनिया में सच्चा प्यार
फ़रेब बहुत हैं इस मुहब्बत की फ़रवरी में गर इश्क़ हो तो रंग लिये मार्च में मिलना... -
फ़रेब बहुत हैं इस मुहब्बत की फ़रवरी में गर इश्क़ हो तो रंग लिये मार्च में मिलना...
सोंच के यही मजबूरी में आरंजिश ही सही, दिल दुखाने के लिये आआ, फिर से मुझे छोड़ जाने के लिए आ -
सोंच के यही मजबूरी में आरंजिश ही सही, दिल दुखाने के लिये आआ, फिर से मुझे छोड़ जाने के लिए आ
तवज्जोह देकर सीरत हमने कुबूल की है सुना है, सूरतों में दरार पड़ते देर नहीं लगती... -
तवज्जोह देकर सीरत हमने कुबूल की है सुना है, सूरतों में दरार पड़ते देर नहीं लगती...
जहाँ रिस्ता, वहाँ प्रेम हैजहाँ प्रेम, वहाँ दुख हैजहाँ दुख, वहाँ आँसू हैंसभी एक दूसरे के पूरक हैंये आँसु रिस्ते सींचते हैंदुख की प्यास बुझाते हैं प्रेम बन्धन मधुर बनाते हैं -
जहाँ रिस्ता, वहाँ प्रेम हैजहाँ प्रेम, वहाँ दुख हैजहाँ दुख, वहाँ आँसू हैंसभी एक दूसरे के पूरक हैंये आँसु रिस्ते सींचते हैंदुख की प्यास बुझाते हैं प्रेम बन्धन मधुर बनाते हैं
गर ताऊम्र तेरा साथ मिले.... -
गर ताऊम्र तेरा साथ मिले....