मैं तेरा ख़्वाब देखकर जगा हूँ नींद से
मेरी सुब्ह मुस्कुरा उठी मेरे दिन सँवर गए-
अगर आपको मेरी शायरी मेरे ख्याल अच्छे लगते है त... read more
अक्सर ये सोचता हूँ मैं ऐ हमसफ़र मेरे
तू साथ चलते चलते कब आगे निकल गया-
सोच रहा हूँ क्या तोहफ़ा मैं तुझको इस मौके पर दूँ
अपनी आँखों के मोती से आज तेरा दामन भर दूँ-
एक निराशा से बद-तर है उम्मीदों का मर जाना
बुजदिल मन का काम है प्यारे हालातों से डर जाना
किसने रोका है क़दमों को, कौन बने पाँव की बेड़ी
तोड़ बेड़ियाँ हर बाधा की तुम को है शिखर जाना-
जीवन एक रुपहली धूप
तन की गर्मी, मन की छाँव
जीना हो गर इस दुनिया में
सोच समझकर रखिओ पाँव-
हालातों से लड़ के अब आगे बढ़ते जाना है
सजदा क़िस्मत भी कर दे कुछ ऐसा कर दिखाना है
तो क्या गर जो इक दफ़ा हम रस्ते में नाकाम हुए
मंज़िल मेरी राह तके वो दौर सुनेहरा लाना है-
मैं क्या कहूँ मुझे चैन क्यों नहीं आता
मैं क्या करूँ के मैं उसे भूल नहीं पाता-
Your presence in my life is like
the glow of fireflies in the dark night.-
इस तरह रूठने से क्या होगा
सच कहूँ तो बहुत बुरा होगा
दोस्त मिलते है ख़ुशनसीबों को
किस का रंजिश से भला होगा-