तू ही बता तेरी शिकायतें किस्से करू...
तुझे पाने के लिए सबसे सिकवे किये हमने..........-
but my parents are everything
सिद्दत से मोहब्बत की थी किसी से
दिल टूटा तो अपसराओ से भी परहेज कर लिया हमने
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दाग़ लगने से जितना बचाया खुद को '
दाग उतने ही गहरे लगे दामन में ;
सोचा था जोकर बन हंसाओगा सबको'
लेकिन यहाँ तो रोना पड़ गया सावन में.........-
ठोकरे लगने पर सम्भला है खुद को.....
पहले हम भी किसी के इश्क में मदहोश थे...-
"हमने भी इश्क किया है
हमने भी धोखे खाए है "
'आप मे और मुझमें बस फर्क इतना है '
'आपने पी ली शराब
और हमारे हाथ मे चाय है ......-
" तुम्हारे लहज़े ने बता दी है औकात तुम्हारी "
सिक्के उछालने से कोई अमीर नहीं होता ......-
ठोकरे लगने पर सम्भला है खुद को.....
पहले हम भी किसी के इश्क में मदहोश थे.......😊-
उसके हिस्से मे हमेशा अँधेरा आया
जिसने खुद को जला कर
जहां को रोशन किया है
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उसके हिस्से मे हमेशा अँधेरा रहा है
जिसने खुद को जला कर
जहां को रोशन किया है-
बाटता गया सबको खुशिया मै
खुद का दामन देखा तो
उसमें सिर्फ गम आया😊-