मर भी जाउंगी तो कोई पास रोने ना आएगामेरी ख़ातिर कोई दामन भिगोने न आएगाइस क़दर अकेली हूँ मैं इस ज़माने की भीड़ मेंखो जाउंगी जिस दिन कोई ढूढ़ने ना आएगा✍ - रूपम बाजपेयी "रूप" Writer Sahiba
मर भी जाउंगी तो कोई पास रोने ना आएगामेरी ख़ातिर कोई दामन भिगोने न आएगाइस क़दर अकेली हूँ मैं इस ज़माने की भीड़ मेंखो जाउंगी जिस दिन कोई ढूढ़ने ना आएगा✍
- रूपम बाजपेयी "रूप" Writer Sahiba