Ronak Saraogi   (Ronak_ki_Baatein❤️)
1.0k Followers · 2 Following

Marwari_choraa 👳
poetry addict #Rnk✍️
Badminton anytime 🏆
Joined 10 April 2019


Marwari_choraa 👳
poetry addict #Rnk✍️
Badminton anytime 🏆
Joined 10 April 2019
19 APR AT 23:27

अपने जीवन की महाभारत को,
स्वयं ही संभाल लीजिए जनाब....
यहां अभिमन्यु,अर्जुन एवं श्रीकृष्ण,
अपने भीतर का जगाना होता है ।

-


26 JAN AT 22:31

......

-


31 DEC 2023 AT 21:06

दरिया, सागर, समंदर क्या क्या बुलाएं तुम्हें,
अनंत प्रेम की परिभाषा क्या बतलाए तुम्हें,
भीतर की हर लहरो पर‌ सिर्फ नांव तुम्हारी है..
हर जन्म में बस अपना ही बनाए हम तुम्हें !!

-


31 DEC 2023 AT 20:43

जीवन में खुद को समय देना शुरू कीजिए...
जिंदगी खुबसूरत लगना शुरू हो जाएगी !!

-


17 DEC 2023 AT 11:29

इंतज़ार था जिस क्षण का सबको, वह पल अब पूर्ण हुआ है,
भाव-विभोर है भारत खंड, सपना सबका संपूर्ण हुआ है!

रामलला का बन गया मंदिर,हर घर है खुशियाँ छाई,
जल रहे दीप हर प्राचीर पर,'रोनक' बांटे सबको बधाई !

कारसेवकों को शत् शत् वंदन, जो यह दिन हमनें पाया,
योगीजी-मोदीजी को नमस्कार, जो बोला करके दिखाया !

कोठारी बंधू भी परमधाम से, परम हृदय पुष्प बरसाऐं,
अटलजी अशोक सिंघल जी, प्रभु चरणों में मंद मंद मुसकाए !

आडवाणीजी, मुरलीमनोहरजी की मेहनत,कभी भूला ना पायेंगे,
श्री ऋतंभराजी व श्री उमाजी को मिल कर हम शीश नवायेंगे!

हाँ, रामकृपा से काज हुआ है, सब ने मिलकर आगे बढ़ाया है,
जहाँ हुआ है जन्म प्रभु का, अब मंदिर वही बनाया है !
अब मंदिर वही बनाया है !!

-


14 DEC 2023 AT 20:54

शहरों की इन चार दीवारों में घर को ना ढूंढ पाता हूं
फिर नमीं लिए तकिए पर मैं थककर के सो जाता हूं !

रोटी शहरों में होती है बस पेट की आग बुझाने को
अच्छा है खाना मेरा मां,बस यही होता बतलाने को
तेरे हाथों का अमृत मां ! मैं अब कहां पर पाता हूं,
फिर नमीं लिए तकिए पर मैं थककर के सो जाता हूं !

जब बीमार में हो जाता था मां आंचल में भर लेती थी
जब तक ठीक ना होता मैं मेरे आगे पीछे ही रहती थी
अब कौन रखे ख्याल यहां खुद को मैं पूछे जाता हूं
फिर नमीं लिए तकिए पर मैं थककर के सो जाता हूं !

जब भी कमजोरी लगी मुझे पापा ने मुझको थाम लिया
मुझको मजबूत बनाने में अपना जीवन भी खपा दिया
मन भर आता है उनका वहां मैं कुछ भी ना कर पाता हूं
फिर नमीं लिए तकिए पर मैं थककर के सो जाता हूं !

चिंता कोई जो मुझे हुई तो भाई दुनिया से लड़ जाते है
उलझन के सारे धागे दीदी भी के हाथों खोले जाते हैं
कितना भी मजबूत रहूं रोज, कभी तो पिघल आता हूं
फिर नमीं लिए तकिए पर मैं थककर के सो जाता हूं !

-


12 NOV 2023 AT 11:04

सीए रोनक सरावगी, लक्ष्मणगढ़

-


12 NOV 2023 AT 11:02

मुश्किलों की रातें कितनी भी
गहरी क्यों ना हो,
हौसलों का दीप हर अंधेरा
मिटा दिया करता है !!

दिपावली की हार्दिक शुभकामनाएं !!

-


29 JUL 2023 AT 23:39

Never share your problem with others...
Because your life is nothing more than the topic of laugh for others !!!

-


27 JUL 2023 AT 12:08

Life also follows the law of
demand and supply...
The more you value someone,
the less they value you !!

-


Fetching Ronak Saraogi Quotes