याद बहुत रुलाती है तेरी ,
अकेलेपन को दूर करने की चाह में पिक्चर्स देखीं जाति है तेरी,
साथ में देख एक दूसरे को सपनो में जब आंखे भर जाति है मेरी.....
तो हर रात नम आंखों में नींद टूट जाती है मेरी,
अब क्या बताऊं उसे की कितनी याद आती हैं तेरी।।
baba_०००४-
Presenting feelings in words
उसने पूछा क्या अब भी याद आती है मेरी ,
क्या अकेलेपन में राते गुजर जाती है तेरी,
आंखों में अश्कों का झरना अब भी बहता है क्या,
नींदों में अपने सपनो में अब भी रहता है क्या या देख कर मुझे अपने साथ......
नींद टूट जाती हैं तेरी ,
उसने पूछा क्या अब भी याद आती है मेरी ।।
baba_०००४-
दर्द ए दिल का एहसास आज भी हैं
तेरे लिए दिल में , तुझे पाने की चाहत आज भी है
कहा चली गई मंजिल के मोड़ पर अकेला छोड़ कर
पीछे मुड़ के देख तेरी जान तेरे बिना बे जान आज भी है ।।
baba_०००४-
में तुम्हें फिर मिलूँगी
पता नही कब तेरा हाथ पकड़ फिर चलूँगी
पर एक दिन में तुम्हें फिर मिलूँगी
रूबरू होंगे हम दोनो
रास्ते जिस दिन एक होंगे हमारे
जीते जी का वादा नही करूँगी
पर एक दिन तुम्हें फिर मिलूँगी
ज़िंदगी जीना बहुत प्यार से
आँसू एक ना आए आँख में
ख़ुशियाँ ईतनी बाटना
जीते जी कोई भुला ना पाए
फिर जब मह्होले में होगी चर्चा
रात भर हमारे प्यार की
में तुम्हें फिर मिलूँगी
बेठी जील किनारे सिर्फ़ तुम्हारे इंतेज़ार में
में तुम्हें फिर मिलूँगी
मधहोश तुम्हारे प्यार में
कब आएगा वो दिन
जब मिलोगी मुजसे तु आराम से
जीने का तो पता नही
पर एक वादा करता हूँ
जिस दिन ऊठा तेरा जनाज़ा
उससे पहले खड़ा मिलेगा तूजे मेरा जनाज़ा
बस एक तेरे इंतज़ार में
याद रखना तूने कहा था
में तुम्हें फिर मिलूँगी
में राह में खड़ा हूँ सिर्फ़ तेरे इंतेज़ार में ॥-
लड़के रोते नहि…
अक्सर रातों मे सोते नही
जब आती हाई कंधो पर ज़िम्मेदारी
लाख परेशान हो
पर चेहरे पर कोई दर्द नही
अक्सर ये सोते नही
लड़के कभी रोते नही…
सबकी ख़ुशी मे खुश हो जातें
अपनी ख़ुशी कुरबान किए जातें
बस ईसी ख़ातिर लड़के
कम उम्र मेन घर छोड़ भर चले आते
अक्सर रातों मे कही खो जाते
लड़के रोते नही
अक्सर ये सोते नही-
एक आस लगाएँ बैठा हूँ
में संगीत बनाएँ बेठा हूँ
कब आएगी तू धुन बनकर
में सितार सजाएँ बेठा हूँ
एक आस लगाएँ बेठा हूँ
इंद्र-धनुष के रंगो को भी
में चिड़ियों की चहक सुनाने बेठा हूँ
कब आएगी तू धुन बनकर
एक आस लगाएँ बेठा हूँ
इंन काली गटाओ से भी केह्ता हूँ
में हर वक्त इंतेज़ार में रहता हूँ
क़ब आएगी तू बारिश बनकर
एक आस लगाए बेठा हूँ
तेरी महोब्बत की इबादत
रब से दिन-रात में करता रहता हूँ
बनाना उसे ही मेहबूब हर जनम
बस एक यही दुआ में केह्ता हूँ
कब आएगी मेरी ज़िंदगी बनकर
एक आस लगाए बेठा हूँ….
में एक आस लगाए बेठा हूँ…..-
आते जातें रहते है
यूँ तो कई लोग ज़िंदगी में,
पर तुम आए तो ख़ुशियाँ हज़ार आयीं
ओर गये तो ग़मों की बरसात मज़ेदार हुईं ।।-
अगर क़ोई कुछ पूछे तो मलाल मत रखना ,
केह देना हमें बेवफ़ा 💔
उसके सामने हज़ारों सवाल मत रखना ।।-
दिल ♥️ में उनके 👰🏻♀️ लिए महोबत❣️कुछ इस कदर छाई हैं,
मूँजें एक अरसे से रातों 🌒 में नींद नहीं आयी हैं ।।-
I :- I
H :- Have
A :- An
T :- Tempting
E :- Emotion
Y :- Yielding
O :- Over both of
U :- Us-