धारण कर मुखौटा चेहरे पर,
मुस्कुराकर कहती है जनता,
बदल रहा है भारत मेरा।
दिल्ली के मच्छरों को ,
जब समझ में आया यह मंतव्य,
मच्छर भी मुस्कुराया ,
अपना ली जुमलेबाजी की नीति।
एक रात को काट कर,
दूजी रात को अब करने लगे विश्राम।
जनता भी अब मच्छरों का गुलाम बन गई,
एक रात को कटवाकर,
दूजी रात को करती आराम।
हुई मुलाकात पड़ोसी से,
मैने पूछा कैसे गुजरी रात,
दर्द को छुपाकर पड़ोसी ,
मुस्कुराकर बतलाया,
बदल रहा है मेरा भारत,
बदल रहा है मेरा भारत।
आप (AAP) के मुखिया,
जब से गए है जेल।
छोड़ दिए है मच्छर को,
बदला लेने के लिए।
@RomySingh ✍️
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