सारा मयखाना कर दिया खालीफिर भी नशाना मुझको आया।।लगाकर तेरे होठों को होठों सेमदहोश हमनेखुद को पाया।।कान्हा...🎻🎻 -
सारा मयखाना कर दिया खालीफिर भी नशाना मुझको आया।।लगाकर तेरे होठों को होठों सेमदहोश हमनेखुद को पाया।।कान्हा...🎻🎻
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यूं ना मचल तू दरिया बनकरमैं समंदर बनकर समेट लूंगा।।चांद कहता है तुझको जमानामैं आसमां बनकर बाहों में भर लूंगा।।कान्हा...🎻🎻 -
यूं ना मचल तू दरिया बनकरमैं समंदर बनकर समेट लूंगा।।चांद कहता है तुझको जमानामैं आसमां बनकर बाहों में भर लूंगा।।कान्हा...🎻🎻
गिरेंगे नहीं तो फिर उठेंगे कैसे...चलेंगे नहीं तो फिर दौड़ेंगे कैसे।।कान्हा...🎻🎻 -
गिरेंगे नहीं तो फिर उठेंगे कैसे...चलेंगे नहीं तो फिर दौड़ेंगे कैसे।।कान्हा...🎻🎻
शुरू अकेले करके खत्म अकेले करना हे सफर...दरमियान मिलते हैं मुसाफिर वक़्त गुजारने के लिए।।कान्हा...🎻🎻 -
शुरू अकेले करके खत्म अकेले करना हे सफर...दरमियान मिलते हैं मुसाफिर वक़्त गुजारने के लिए।।कान्हा...🎻🎻
खुशियां बाज़ार में कहीं मिलती नहीं है।।उन्हें तो देकर ही यारों लेना पड़ता है...!!कान्हा...🎻🎻 -
खुशियां बाज़ार में कहीं मिलती नहीं है।।उन्हें तो देकर ही यारों लेना पड़ता है...!!कान्हा...🎻🎻
उसके रुखसार से जब जुल्फें उसकी टकराती है।।लगता है अपने पास वो मुझे बुलाती है।।कान्हा...🎻🎻 -
उसके रुखसार से जब जुल्फें उसकी टकराती है।।लगता है अपने पास वो मुझे बुलाती है।।कान्हा...🎻🎻
Kuch yun sametaAasmaan ne Chand koKi Dekhkar Mohabbt UnkiSitaaron ko bhiShirm Aa Gai.......Kanha...🎻🎻 -
Kuch yun sametaAasmaan ne Chand koKi Dekhkar Mohabbt UnkiSitaaron ko bhiShirm Aa Gai.......Kanha...🎻🎻
वो क्या बताएगा तुझे आसमां के बारे में।।जो सलीके से जमीं पर भी चल ना पाया।।कान्हा...🎻🎻 -
वो क्या बताएगा तुझे आसमां के बारे में।।जो सलीके से जमीं पर भी चल ना पाया।।कान्हा...🎻🎻
आशा नहीं पाओगेकिनारे पर बैठकरसमंदर में नहीं समाओगेअगर नापना हे आसमां कोतो परिंदा बन जाओपत्थर बनकर कभी भीहवा में ना उड़ पाओगे।।कान्हा...🎻🎻 -
आशा नहीं पाओगेकिनारे पर बैठकरसमंदर में नहीं समाओगेअगर नापना हे आसमां कोतो परिंदा बन जाओपत्थर बनकर कभी भीहवा में ना उड़ पाओगे।।कान्हा...🎻🎻
तप रहा यौवन...मचल रहा सावन...आंखें करती है इशारे...ना समझे मोरा बावरा साजन।।कान्हा...🎻🎻 -
तप रहा यौवन...मचल रहा सावन...आंखें करती है इशारे...ना समझे मोरा बावरा साजन।।कान्हा...🎻🎻