हँस हँस के मैंने इन राहो पर चलना सीखा
चलके इन राहो पर बेशुमार खुशियों को पाना सीखा
बड़ी दिलचस्प हैं इन राहो की कहानी भी
जितनी डराती हैं उतना ही उभारती हैं।
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तू फिकर ना कर , नई सुबह हर रोज मिलेगी
अरे, हमतो उन्हें याद करते हैं।
जो हमें याद करने का बहाना तक नहीं ढूंढते हैं।।-
हां बर्बाद हुए थे, हम भी कभी इश्क में
तन्हा छोड़ें गए थे, हम भी कभी इश्क में..!!
कोई शिकायत तो नही रही, अब तुमसे इश्क में
पर छोड़े जाने से सुकून बहुत मिला, हमें तुमसे इश्क में..!!-
यूं तो मोहोब्बत के पाक ताल्लुक ने जिंदा रखा।
कई मुद्दतों की दुआओ ने मुझे सवारे रखा।
बेघर से हो गए थे हम तो कुछ वक्त के लिए,
पर जिंदगी के कुछ हुसुलो ने थामे रखा।।-
फिके लगने लगे हैं वो अक्स भी उनके अब तो
कही उनसे किसी की मुलाकात तो नही हो गयीं.!!
बदले-बदले से मिजाज होने लगे हैं उनके हमसे
शायद किसी ओर की चंद खुशियां, उनका सहारा
तो नही हो गयी.!!-
Arzzzz kiya hai.....vo julfo se khela krti hai...
Labo se kam bola karti hai...
Chahto ke manjar ko shok se jeeya krti hai..
vo pyari se bhi or jyada pyari lagti hai Thoda style m rahti hai...
Friendship m vo sabse nayab hai....
Dilo m khuab bhar de aisi vo rupraani hai...
Vo thoda sa bhi muskurati hai
to chehre par alag hi chamak aa jaya krti hai...
Vo baat naa karke bhi sabhi ke dilo pe raaj karti hai..-
जब कोई इंसान खुद की सबसे प्यारी चीज,
किसी ओर के लिए छोड़ देता हैं तो,
उस इंसान से बड़ा दाता कोई नही होता हैं।-
बदले हुए क़िरदारों से हम भी इस कदर खफा हो गए
किरदारों की शक्लें तो छोड़ो हम तो बातें भी भूल गए-