सही राह
वनीत जो एक शहर के निम्न वर्ग का लड़का था जिसकी उम्र 29 साल थी वह किसी भी तरह का नौकरी नहींं करता था वनीत की जिंदगी मे एक लड़की भी थी काफी अमीर घर से थी। लेकिन वह वनीत से कम बात करती थी। लेकिन वनीत की मदद करने मे कभी पीछे नहीं हटती थी।
इतिका ( वनीत की गर्लफ्रेंड) के पिताजी को वनीत पसंद नहीं करते थे इसलिए इतिका वनीत से कम बात करती थी। एक दिन इतिका ने वनीत को कॉल की लेकिन वनीत ने मोबाईल नहीं उठाया। इतिका काफ़ी परेशान होने लगी।
एक दिन वह वनीत के घर पहुंच जाती। उसको डांटते हुए बोलती- तुम मेरी कॉल तो उठा सकते हो। वनीत बोला - क्या जिंदगी भर यही चलता रहेगा। इतिका बोली - चलो शादी कर लेते हैं। मै पापा को समझा दूंगी। एक दिन इतिका के पापा ने वनीत से मिलने के लिए बुलाया ओर बोले मैं तुम दोनो की शादी रात के समय करुंगा। वह भी साधारण तरीके से। विनीत हां बोल देता। कुछ दिनो बाद विनीत ओर इतिका की शादी हो जाती। विनीत के पिताजी अपनी बेटी की खुशी के लिए एक अपना फार्म हाउस दे देते। इतिका के पिताजी ने वनीत के परिवार वालों अपने साथ घर पर रहने के लिए बुला लिया। जिससे उनका भी मन लगा रहे। वनीत को इतिका के पिता ने अपने बिज़नेस का हिस्सेदार बना लिया जिससे विनीत ओर इतिका की जिंदगी अच्छी होने लगी।
शिक्षा: जिंदगी मे आपको हर जगह कांच दिखते हैं लेकिन असल में हर जगह फूल ही है।
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