उम्मीद पे ही तो हैक़ायम हमारी दुनियाअब वो भी ना रखेंगेतो जीना दुशवार हो जायेगा - Shayar-e-udgir
उम्मीद पे ही तो हैक़ायम हमारी दुनियाअब वो भी ना रखेंगेतो जीना दुशवार हो जायेगा
- Shayar-e-udgir