7 OCT 2017 AT 22:36

ना समझ थी मुझे प्यार की, जो मैंने इसे खेल समझ लिया,
तोड़ दिया था दिल मैंने उसका, लेकिन वो खुद कितनी टूट गयी ये पता ही ना चला

- उन्मुक्त स्याही "SaaR"