Rohit Sahu   (रोहित साहू)
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Civil Engineer by profession.
But actually a traveller of life and world.
Joined 23 February 2021


Civil Engineer by profession.
But actually a traveller of life and world.
Joined 23 February 2021
31 MAR 2022 AT 5:53

छोटे घर से बहुत बड़े सपने लेकर आया हूं,
अपनी तमन्नाओं का एक ढेर लेकर आया हूं।
रुकावटें विरासत में मिली है मुझे लेकिन,
हर कदम पर होंसला लेकर आया हूं।

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9 JAN 2022 AT 17:06

हमको हमीं याद ही नही आते अब तो।
तेरे अक्स का गुबार हमेशा जो बरसता है।

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14 DEC 2021 AT 22:40

उसके नज़र चुराने और झुकाने के भी कई राज है मेरे दोस्त,
जो तुम्हारे सामने हमसे नजर मिलेगी तो ज़माने में बातें चार होंगी।

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10 DEC 2021 AT 8:33

गिला हमसे है, रुसवाई भी हमीं से है।
फिर तो मनाने का हक़ भी हमारा है।

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10 DEC 2021 AT 8:21

देखते रहे सपने उम्र भर, हाथ कुछ आया नही।
हाथ जो भी आया, नजरंदाज करते रहे उम्र भर।

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10 DEC 2021 AT 8:18

लोगों को खुदा बनने का भी शौक है,

और कुछ बांटने की नियत भी नहीं।

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10 DEC 2021 AT 8:11

प्यार आजमाइश वफ़ा बचे ही कहां है अब,
अब तो हर तरफ बस सौदों का बोलबाला है।

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10 DEC 2021 AT 8:04

How can you spot a weak leader?

They are always surrounded by those who always agree with them, follow them blindly.

Weak leaders lead sheep
Strong leaders lead wolves

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26 NOV 2021 AT 23:57

जिसके अपने हुए शहीद उसका क्या?
जो सर्द रातों में बैठे उसका क्या?
जिसने झेले गर्म हवाओं के थपेड़े उसका क्या?
जो बारिश के गीले बिस्तर पर सोया उसका क्या?
तुमने जितने जाल बिछाए उसका क्या?
तुमने जो तोहमते लगाई उसका क्या?
तुमने हमको खालिस्तानी बोला उसका क्या?
लाल किले का दंगाई बोला उसका क्या?
झूठ परोसा सच बतलाकर उसका क्या?
सच छिपाया झूठ दिखाकर उसका क्या?
तुमने कुचला कमज़ोर समझकर उसका क्या?
तुमने राहों में कील बिछाई उसका क्या?
चुनाव आते ही बात मान गए उसका क्या?
हार दिखी तो बात समझ गए उसका क्या?
रहने भी दो जाओ जाओ अब हुआ तमाशा,
सब समझ गए है तुम्हारी परम अभिलाषा।

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25 NOV 2021 AT 2:02

मजदूरों की मेहनत सा, प्यार किया है तुमसे मैंने।
सर्वहारा की ताक़त जैसा, इकरार किया है तुमसे मैंने।
अक्टूबर की क्रांति जैसा, भड़क रहा है मेरा दिल।
वामपंथी विचारों जैसा, साम्यवादी है मेरा दिल।
चे बाबा के अरमानों जैसा, जोशीला है प्यार मेरा।
मार्क्स भाई के दिमाग सा, बहुत गूढ़ है प्यार मेरा।
फिदेल गुरु के शासन सा, लंबा बहुत है इंतजार मेरा।
हो ची मिन्ह के हौंसले सा, कट्टर बहुत है प्यार मेरा।
लाल रंग के साथी सब है, लाल रंग सा प्यार मेरा।

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